Advertisement
trendingPhotos2876623
photoDetails1hindi

20 साल की लड़कियों में रसौली का खतरा, बच्चेदानी गांठ के इन संकेतों को न समझें कॉमन, यूट्रस में चीरफाड़ की आ सकती है नौबत


Warning Symptoms Of Fibroids: यूट्रस फाइब्रॉइड की समस्या महिलाओं में कॉमन होती जा रही है. इसका खतरा पीरियड्स शुरू होने के बढ़ता है. इसके लक्षणों के जल्दी पहचान से इसका इलाज करना आसान होता है, वहीं देरी से सर्जरी की नौबत आ सकती है. 

यूट्रस फाइब्रॉइड क्या होता है?

1/6
यूट्रस फाइब्रॉइड क्या होता है?

बच्चेदानी में गांठ को रसौली भी कहा जाता है. यह गांठ यूट्रस में या इसकी दीवारों पर मसल्स और टिश्यू के जमाव से बनती है. यह महिलाओं में होने वाला एक कॉमन नॉन कैंसर ट्यूमर होता है. यह ट्यूमर अकेले या गुच्छे में हो सकते हैं. इसका साइज बीज जितना छोटा होने से लेकर तरबूज जितना बड़ा भी हो सकता है. जिसके कारण पेट प्रेग्नेंट महिला जैसा दिखाई दे सकता है. 

 

क्या आपको यूट्रस फाइब्रॉइड हो सकता है?

2/6
क्या आपको यूट्रस फाइब्रॉइड हो सकता है?

फाइब्रॉएड लगभग 40% से 80% गर्भाशय वाले लोगों में होता है. वैसे तो ये ज्यादातर 30 से 50 साल की उम्र के लोगों में होता है. लेकिन 20 की उम्र में भी ये समस्या हो सकती है. जिन लोगों को अभी तक पहली बार मासिक धर्म नहीं हुआ है, उनमें फाइब्रॉएड नहीं होते. मेनोपॉज वाली महिलाओं में भी ये कम आम है. इसके अलावा यदि आप मोटापा से ग्रस्त हैं, कम उम्र से पीरियड हो रहे है या बच्चेदानी की गांठ की फैमिली हिस्ट्री है तो इसका जोखिम आपके लिए बढ़ जाता है. 

 

बच्चेदानी में गांठ के लक्षण

3/6
बच्चेदानी में गांठ के लक्षण

- हैवी पीरियड ब्लीडिंग - पेल्विक एरिया में दर्द और सूजन - बार-बार पेशाब आना  - सेक्स के दौरान दर्द होना - पीठ के निचले हिस्से में दर्द - कब्ज या अपने मलाशय पर दबाव महसूस करना - क्रॉनिक वेजाइनल डिस्चार्ज - खुलकर पेशाब न आना - पेट का साइज बढ़ना

बच्चेदानी में गांठ का दर्द कैसा होता है

4/6
बच्चेदानी में गांठ का दर्द कैसा होता है

यदि आपकी बच्चेदानी में मौजूद गांठ का आकार छोटा है, तो हो सकता है कोई दर्द ही महसूस न हो. फायब्राइड के लक्षण आमतौर पर बड़े गांठों के होने पर नजर आते हैं. ऐसे में आपको पीठ दर्द, पेट में चुभने वाला दर्द, प्राइवेट पार्ट में संबंध बनाते समय पेन महसूस हो सकता है. 

बच्चेदानी में गांठ का कारण

5/6
बच्चेदानी में गांठ का कारण

अभी तक इसका सटीक कारण पता नही है, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन इसमें भूमिका निभाते हैं. अध्ययनों से पता चलता है कि फाइब्रॉएड तब बढ़ते हैं जब हार्मोन का स्तर अधिक होता है (जैसे गर्भावस्था के दौरान) और जब हार्मोन का स्तर कम होता है (जैसे रजोनिवृत्ति के संक्रमण के दौरान) तब सिकुड़ते हैं.

 

कब पड़ती है सर्जरी की जरूरत

6/6
कब पड़ती है सर्जरी की जरूरत

बच्चेदानी की गांठ का इलाज इसके आकार पर डिपेंड करता है. 3 सेंटीमीटर से कम आकार वाले ट्यूमर मेडिकेशन और जीवनशैली में बदलाव से ठीक हो सकते हैं. लेकिन इससे ज्यादा बड़े गांठों को निकालने के लिए सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है. इसलिए डॉक्टर इसके लक्षणों को तुरंत रिपोर्ट कराने की सलाह देते हैं.  Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

ट्रेन्डिंग फोटोज़

;