21 जून को ब्रह्मांड देता है सबसे ज्यादा ऊर्जा, इन 8 उपायों से करें उसका सही उपयोग!
Advertisement
trendingNow12807788

21 जून को ब्रह्मांड देता है सबसे ज्यादा ऊर्जा, इन 8 उपायों से करें उसका सही उपयोग!

साल का यह सबसे ऊर्जावान दिन न सिर्फ आपके जीवन को दिशा दे सकता है, बल्कि आत्मिक रूप से भी आपको उच्चतर चेतना की ओर ले जा सकता है. जो लोग अपने जीवन में लंबे समय से अटके हुए हैं, उन्हें इस दिन इन 8 उपायों को अपनाकर नई शुरुआत करने की प्रेरणा मिलेगी.

 

21 जून को ब्रह्मांड देता है सबसे ज्यादा ऊर्जा, इन 8 उपायों से करें उसका सही उपयोग!

International Yoga Day 2025: 21 जून यानी गर्मियों की संक्रांति (Summer Solstice) — यह साल का सबसे लंबा दिन होता है और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह वह दिन है जब सूर्य की किरणें पृथ्वी के उत्तरी गोलार्द्ध पर सीधी पड़ती हैं. लेकिन सिर्फ विज्ञान ही नहीं, धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी यह दिन बेहद शक्तिशाली और ऊर्जा से भरपूर माना जाता है. भारत सहित कई संस्कृतियों में यह दिन ध्यान, साधना, योग, सकारात्मक बदलाव और नई शुरुआत के लिए श्रेष्ठ माना गया है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन ब्रह्मांड से पृथ्वी पर उच्च स्तर की सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है, जिसे यदि सही उपायों से ग्रहण किया जाए तो यह आपकी किस्मत बदल सकती है, मानसिक शांति दे सकती है और धन-संपत्ति का द्वार खोल सकती है. तो आइए जानते हैं 21 जून को ब्रह्मांडीय ऊर्जा का सही उपयोग करने वाले 8 चमत्कारी उपाय जिनसे आप अपने जीवन में अद्भुत परिवर्तन ला सकते हैं.

1. उगते सूर्य को दें जल और करें सूर्य नमस्कार

21 जून को सूर्य पूरे तेज़ पर होता है. इस दिन सूर्यदेव को जल अर्पित करना विशेष फलदायी होता है.

तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, चावल और थोड़ा सा गुड़ मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें.

साथ ही 12 बार सूर्य नमस्कार करें. यह शारीरिक ऊर्जा बढ़ाता है और मानसिक तनाव को कम करता है.

सूर्य मंत्र “ॐ घृणि सूर्याय नमः” का 21 बार जाप करें.

लाभ: सकारात्मक ऊर्जा, आत्मविश्वास में वृद्धि, स्वास्थ्य लाभ और जीवन में नई रोशनी का प्रवेश.

2. ध्यान और प्राणायाम करें

21 जून का दिन विश्व योग दिवस भी है और यह कोई संयोग नहीं. इस दिन ध्यान और प्राणायाम से आप ब्रह्मांड की ऊर्जा को अपने अंदर समाहित कर सकते हैं.

कम से कम 21 मिनट तक ध्यान करें.

अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और कपालभाति जैसे प्राणायाम करें.

मन में “ॐ” का उच्चारण करते हुए सांसों पर ध्यान केंद्रित करें.

लाभ: मानसिक स्पष्टता, सकारात्मक सोच, उच्चतर आत्म-चेतना और शांति का अनुभव.

3. घर में तुलसी और बांसुरी रखें

यह दिन वास्तु और ऊर्जा शुद्धि के लिए भी श्रेष्ठ होता है.

तुलसी का पौधा उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में रखें.

बांसुरी (विशेषतः पीतल या लकड़ी की) घर में रखकर पूजा स्थल के पास रखें.

लाभ: घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार, दरिद्रता से मुक्ति और सुख-समृद्धि का वास.

4. दीपक जलाएं और सकारात्मक संकल्प लें

रात को घर के मुख्य द्वार पर एक घी का दीपक जलाएं.

दीये के पास बैठकर सकारात्मक संकल्प लें, जैसे – “मैं हर दिन बेहतर हो रहा हूँ”, “मेरे जीवन में समृद्धि है”, आदि.

यह संकल्प ब्रह्मांडीय तरंगों को दिशा देते हैं और आपकी सोच को नई शक्ति मिलती है.

लाभ: आत्म-विश्वास में वृद्धि, जीवन में स्थिरता और नई ऊर्जा का संचार.

5. दान करें – विशेषतः अन्न, जल और वस्त्र

साल के सबसे लंबे दिन पर दान का विशेष महत्व होता है.

गरीबों को ठंडा पानी, चावल, गुड़, छाछ, या वस्त्र दान करें.

सूर्य के प्रभाव को बढ़ाने के लिए लाल वस्त्र या तांबे के बर्तन भी दान किए जा सकते हैं.

लाभ: पापों से मुक्ति, भाग्यवृद्धि और आने वाले समय में शुभ फलों की प्राप्ति.

6. सुगंधित फूलों और धूप से करें घर की शुद्धि

इस दिन घर को सकारात्मक ऊर्जा से भरने के लिए घर की सफाई करें और सुगंधित धूप या लोबान जलाएं.।

फूलों का उपयोग पूजा और घर की सजावट में करें.

शंख या घंटी की आवाज़ से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.

लाभ: घर में लक्ष्मी का वास, रिश्तों में मिठास और मानसिक शांति.

7. पढ़ाई और करियर के लिए करें विशेष पाठ

यदि आप पढ़ाई या करियर में सफलता चाहते हैं तो 21 जून को इन विशेष मंत्रों का जाप करें:

“ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः” – 108 बार

“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः” – 21 बार

लाभ: एकाग्रता, सफलता, इंटरव्यू में सफलता और लक्ष्मी कृपा.

8. रात को जल्दी सोएं और इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट से दूरी बनाएं.

21 जून की रात को शरीर को विश्राम देना बेहद जरूरी होता है.

दिनभर की ब्रह्मांडीय ऊर्जा को आत्मसात करने के लिए कम से कम 7 घंटे की नींद लें.

मोबाइल और टीवी जैसे उपकरणों से दूर रहें ताकि मानसिक रूप से शांत रहें.

एक हल्की सी ध्यान क्रिया या मंत्र जाप के साथ दिन का समापन करें.

लाभ: अगले दिन मानसिक ताजगी, शरीर में हलकापन और सकारात्मक सोच के साथ शुरुआत.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Trending news

;