क्‍या पीरियड्स में सावन सोमवार व्रत रख सकते हैं?
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क्‍या पीरियड्स में सावन सोमवार व्रत रख सकते हैं?

Sawan Somwar 2025: सावन महीना शुरू हो चुका है और दूसरा सावन सोमवार आ रहा है. महिलाओं-लड़कियां इस बात को लेकर खासी उलझन में रहती हैं कि पीरियड्स के दौरान व्रत करें या ना करें. 

क्‍या पीरियड्स में सावन सोमवार व्रत रख सकते हैं?

2nd Sawan Somwar 2025: पवित्र श्रावण मास चल रहा है. सावन महीने का हर दिन बेहद पवित्र होता है. विशेष तौर पर सावन सोमवार का व्रत अधिकांश लोग रखते हैं. खासकरके महिलाएं और लड़कियां सावन सोमवार व्रत जरूर रखती हैं. लड़कियां मनपसंद जीवनसाथी पाने के लिए और महिलाएं सुखी वैवाहिक जीवन के लिए सावन सोमवार व्रत करती हैं. 16 सोमवार व्रत शुरू करने के लिए भी सावन महीने को सर्वश्रेष्‍ठ माना गया है. महिलाओं को इन व्रत के दौरान मासिक धर्म से भी गुजरना होता है. ऐसे में अधिकांश महिलाएं-लड़कियां असमंजस में रहती हैं कि पीरियड्स के दौरान व्रत रखें या ना रखें. 

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पीरियड्स में व्रत 

यदि पीरियड्स चल रहे हों तो व्रत-पूजा निषेध होती है, ऐसा कहना पूरी तरह सही नहीं होगा. दरअसल, पीरियड्स के दौरान महिलाओं को आराम देने के लिए उन्‍हें किचन और पूजा-पाठ से दूर रखा जाता था. जहां तक बात व्रत रखने की है तो शारीरिक कष्ट में भूखे पेट रहने या पानी ना पीने के कारण समस्‍या बढ़ ना जाए इसलिए व्रत ना रखने की सलाह कई लोग देते हैं. लेकिन महिला यदि शारीरिक तौर पर स्‍वस्‍थ महसूस कर रही है तो वह व्रत रख सकती हैं. हां साफ-सफाई के नियमों के कारण बस पूजा-पाठ से दूरी बनानी होती है. 

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प‍ीरियड्स में व्रत किया तो पूजा कैसे करें? 

व्रत का मतलब केवल भूखे-प्‍यासे रहना नहीं होता है. बल्कि व्रत में पूजा-पाठ, जप, साधना, भजन-कीर्तन का विशेष महत्‍व है. यदि पीरियड्स में व्रत रख रही हैं तो मानसिक पूजा करें. 16 सोमवार व्रत कर रही हैं तो दूर बैठकर कथा सुनें. मन ही मन भगवान का स्‍मरण करते रहें. नाम जप करते रहें. क्‍योंकि नाम जप करने का कोई नियम नहीं है, आप किसी भी स्थिति में भगवान के नाम का सुमिरन कर सकते हैं. भजन गा सकते हैं. सावन सोमवार व्रत को लेकर भी यही पद्धति अपनाएं. पूजा का संकल्‍प पूरा करने के लिए अपने किसी परिजन से पूजा करवा सकती हैं. 

वहीं 16 सोमवार व्रत रखने वाली महिलाएं एक-दो सोमवार व्रत ज्‍यादा रखकर भगवान शिव की पूजा का संकल्‍प स्‍वयं भी पूरा कर सकती हैं. 

बीच में आ जाए मासिक धर्म 

यदि व्रत के बीच में मासिक धर्म आ जाए तो अपनी स्थित देखकर आगे का निर्णय लें. यदि आप शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ हैं तो व्रत जारी रख सकती हैं. यदि पूजा-पाठ के बाद पीरियड्स आए हैं तो यह व्रत पूर्ण रूप में मान्‍य होगा. सामाजिक दवाब में आकर जबरन व्रत ना करें. 

(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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