हैकर्स पर मोदी सरकार का बड़ा एक्शन! रोज 1.3 करोड़ फर्जी कॉल्स को कर रही ब्लॉक, जानिए कैसे
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हैकर्स पर मोदी सरकार का बड़ा एक्शन! रोज 1.3 करोड़ फर्जी कॉल्स को कर रही ब्लॉक, जानिए कैसे

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार, सरकार हर दिन 1.3 करोड़ (13 मिलियन) फर्जी कॉल्स को ब्लॉक कर रही है. अब तक 2.6 करोड़ मोबाइल डिवाइसेज को साइबर धोखाधड़ी से जोड़े जाने के कारण ब्लॉक किया गया है.

 

हैकर्स पर मोदी सरकार का बड़ा एक्शन! रोज 1.3 करोड़ फर्जी कॉल्स को कर रही ब्लॉक, जानिए कैसे

भारत में दूरसंचार विभाग और टेलीकॉम रेगुलेटर मिलकर स्पैम कॉल्स की समस्या से निपटने के लिए गंभीर कदम उठा रहे हैं. फर्जी कॉल्स के जरिए हो रही धोखाधड़ी को रोकने के लिए सरकार ने अपने प्रयासों को तेज कर दिया है. नई नीतियों को लागू करने से लेकर उन्नत तकनीकों का उपयोग करने तक, हर संभव उपाय किए जा रहे हैं. इसके साथ ही, आम जनता को जागरूक करने के लिए दूरसंचार विभाग ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स को निर्देश दिया है कि वे कॉल कनेक्ट होने से पहले तीन महीने तक रिंगटोन की जगह जागरूकता संदेश चलाएं. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार, सरकार हर दिन 1.3 करोड़ (13 मिलियन) फर्जी कॉल्स को ब्लॉक कर रही है.

हर दिन 1.3 करोड़ स्पैम कॉल्स हो रही हैं ब्लॉक

बार्सिलोना, स्पेन में आयोजित मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दूरसंचार विभाग द्वारा विकसित संचार साथी पोर्टल की जानकारी शेयर की. उन्होंने बताया कि यह पोर्टल फर्जी कॉल्स को रोकने और चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

सिंधिया ने कहा कि अब तक इस पोर्टल की मदद से 2.6 करोड़ (26 मिलियन) मोबाइल डिवाइसेज को साइबर धोखाधड़ी से जोड़े जाने के कारण ब्लॉक किया गया है, इसके अलावा, 1.6 करोड़ (16 मिलियन) चोरी हुए मोबाइल फोन्स को ट्रैक किया गया है, संचार साथी पोर्टल की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि 86 प्रतिशत स्पूफ या फर्जी कॉल्स को ट्रेस कर ब्लॉक कर दिया गया है,

लॉन्च हुआ संचार साथी मोबाइल ऐप

हाल ही में, दूरसंचार विभाग ने संचार साथी पोर्टल के लिए एक मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है, जिसे एंड्रॉइड और आईफोन दोनों यूजर्स डाउनलोड कर सकते हैं. इस ऐप के जरिए लोग फर्जी कॉल्स की रिपोर्ट कर सकते हैं और यह भी पता कर सकते हैं कि उनके नाम पर कोई फर्जी सिम कार्ड तो नहीं जारी किया गया है. इसके अलावा, सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों को AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित स्पैम डिटेक्शन तकनीक अपनाने का निर्देश दिया है.

एयरटेल और वोडाफोन आइडिया (Vi) ने पहले ही AI-ड्रिवन स्पैम कॉल सिस्टम शुरू कर दिया है, जिससे ऑपरेटर स्तर पर ही फर्जी कॉल्स को ब्लॉक किया जा सकता है. इस तरह, सरकार लगातार नई तकनीकों और जागरूकता अभियानों के जरिए स्पैम कॉल्स और साइबर धोखाधड़ी को रोकने के प्रयास कर रही है.

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