UAE में गरजेंगे मिग-29 और जगुआर, रेगिस्तान में अमेरिका के साथ भारतीय वायुसेना दिखाएगी दम, थर्रा जाएगा दुश्मन
Advertisement
trendingNow12724570

UAE में गरजेंगे मिग-29 और जगुआर, रेगिस्तान में अमेरिका के साथ भारतीय वायुसेना दिखाएगी दम, थर्रा जाएगा दुश्मन

UAE Desert Flag 10 Exercise: इंडियन एयरफोर्स की एक टुकड़ी संयुक्त अरब अमीरात के अल धफरा एयर बेस पर पहुंची, जहां 21 अप्रैल से 8 मई तक चलने वाले बहुराष्ट्रीय हवाई युद्ध अभ्यास ' डेजर्ट फ्लैग-10' में  हिस्सा लेगी. खास बात यह है कि इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना के मिग-29 और जगुआर विमान भी हिस्सा ले रहे हैं.

 

UAE में गरजेंगे मिग-29 और जगुआर, रेगिस्तान में अमेरिका के साथ भारतीय वायुसेना दिखाएगी दम, थर्रा जाएगा दुश्मन

Indian Air Force: खाड़ी देश संयुक्त अरब अमीरात के अल धफरा एयर बेस ( Al Dhafra Air Base ) पर दुनियाभर की सबसे तावकतवर एयरफोर्स की टुकड़ी पहुंच चुकी है, जहां इस बार इंडियन एयफोर्स भी अपनी ताकत का मुजाहिरा करेगी.  भारतीय वायुसेना प्रमुख मल्टीनेशनल एयर कॉम्बैट, एक्सरसाइज 'डेजर्ट फ्लैग-10' में अपने दो घातक लड़ाकू विमान- जगुआर और मिग-29 को तैनात किया है. दोनों फाइटर प्लेन यहां 21 अप्रैल से 8 मई तक चलने वाले युद्धाभ्यास में अपने पराक्रम का प्रदर्शन करेंगे.

भारत समेत इन 12 देशों की टुकड़ी प्रैक्टिस में हिस्सा लेंगी
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि, 'संयुक्त अरब अमीरात की वायुसेना द्वारा आयोजित वॉर प्रैक्टिस 'डेजर्ट फ्लैग-10' में भारतीय वायुसेना के मिग-29 और जगुआर विमान शामिल होंगे'. भारत और संयुक्त अरब अमीरात ( UAE ) के अलावा, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, फ्रांस, जर्मनी, कतर, सऊदी अरब, कोरिया गणराज्य व तुर्किये की वायुसेनाओं की टुकड़ियां इस वॉर प्रैक्टिस में हिस्सा लेंगी.

रक्षा मंत्रालय ने कहा
रक्षा मंत्रालय (  Indian Defense Ministry ) ने कहा कि इंडियन एयरफोर्स की एक टुकड़ी मल्टीनेशनल एयर कॉम्बैट एक्सरसाइज में हिस्सा लेने के लिए संयुक्त अरब अमीरात के अल धफरा वायुसैनिक अड्डे पहुंच गई है. बयान में कहा गया है, ‘इस अभ्यास का मकसद जटिल और विविध लड़ाकू अभियानों में भाग लेना है, तथा विश्व की कुछ सर्वाधिक सक्षम वायुसेनाओं के साथ परिचालन संबंधी ज्ञान एवं सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करना है.’

क्या है मकसद?
इसमें कहा गया है कि इस तरह के अभ्यासों में हिस्सा लेने से आपसी समझ बढ़ती है और भाग लेने वाले देशों के बीच सैन्य सहयोग मजबूत होता है. बयान में कहा गया है कि भारतीय वायुसेना ( Indian Air Force ) की भागीदारी 'क्षेत्र और उससे आगे के मित्र देशों के साथ डिफेंस रिलेशन को मजबूत करने के प्रति' भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है.

इनपुट- भाषा

About the Author
author img

TAGS

Trending news

;