Shehbaz Sharif: पाकिस्तान की जनता शहबाज शरीफ से जवाब मांग रही है. इन सबके बीच शहबाज ने एक ऐसा ट्वीट कर दिया कि सबकी नजरें उधर चली गईं. उन्होंने तनाव पर कुछ नहीं लिखा बल्कि नए पोप के चुनाव पर बधाई दी.
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India Pakistan War: भारत पाकिस्तान के बीच इस समय तनाव चरम पर है. भारत ने ऐसा पलटवार किया है कि पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. खुद पाकिस्तान की जनता अब सोशल मीडिया पर पाकिस्तान सरकार को कोसने में लग गई है. खुद शहबाज शरीफ लगातार बैठकें कर रहे हैं. पाकिस्तान की जनता उनसे जवाब मांग रही है. इन सबके बीच शहबाज शरीफ ने एक ऐसा ट्वीट कर दिया कि सबकी नजरें उधर चली गईं. उन्होंने तनाव पर कुछ नहीं लिखा बल्कि नए पोप के चुनाव पर बधाई दी. उन्होंने 21 घंटे बाद ट्वीट किया है.
I extend my warm congratulations to the global Catholic community on the election of Pope Leo (XIV). This historic moment marks a new chapter of hope and inspiration for millions around the world. Pakistan values its ties with the Holy See and remains committed to promoting…
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) May 9, 2025
असल में शहबाज शरीफ ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं पोप लियो (XIV) के चुनाव पर वैश्विक कैथोलिक समुदाय को हार्दिक बधाई देता हूं. यह ऐतिहासिक क्षण दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए आशा और प्रेरणा का एक नया अध्याय है. पाकिस्तान पवित्र धर्मगुरु के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है और अंतर-धार्मिक सद्भाव, आपसी सम्मान और शांति और मानवीय गरिमा की हमारी साझा खोज को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है.'
उधर IMF में लग सकता है झटका
इन सबके बीच भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के क्लाइमेट रेजिलियंस लोन प्रोग्राम के तहत पाकिस्तान को दिए जा रहे आर्थिक पैकेज पर सवाल उठाया है. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि भारत इस मुद्दे को लेकर शुक्रवार को वाशिंगटन में होने वाली IMF बोर्ड बैठक में अपना पक्ष क्लियर रूप से रखेगा. उन्होंने बताया कि IMF में भारत के कार्यकारी निदेशक इस बैठक में देश का रुख मजबूती से पेश करेंगे.
इतना ही नहीं विदेश सचिव ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि जो देश बार-बार पाकिस्तान को आर्थिक सहारा देने के लिए आगे आते हैं उन्हें यह समझना चाहिए कि उनके पैसे का उपयोग कहां और कैसे हो रहा है. उन्होंने कहा कि बोर्ड का अंतिम फैसला अलग विषय है लेकिन पाकिस्तान को लगातार ऋण देने वालों के लिए अब स्थिति पूरी तरह क्लियर हो जानी चाहिए.