आर्मेनिया-अजरबैजान की दुश्‍मनी खत्‍म, 35 साल बाद कराई दोस्ती; दोनों देश ट्रंप से बोले-आप नोबेल के हकदार!
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आर्मेनिया-अजरबैजान की दुश्‍मनी खत्‍म, 35 साल बाद कराई दोस्ती; दोनों देश ट्रंप से बोले-आप नोबेल के हकदार!

America brokered peace deal between Armenia and Azerbaijan: अमेरिका ने आर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच एक ऐतिहासिक शांति समझौता कराया है, जिससे नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र पर दशकों से चल रहा संघर्ष समाप्त हो गया है. इसी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए नोबेल शांति पुरस्कार की दावेदारी करने वाले देशों में अजरबैजान और आर्मेनिया का भी नाम जुड़ गया है. जानें पूरी खबर.

आर्मेनिया-अजरबैजान की दुश्‍मनी खत्‍म, 35 साल बाद कराई दोस्ती; दोनों देश ट्रंप से बोले-आप नोबेल के हकदार!

Armenia-Azerbaijan push for Nobel Prize: अमेरिका ने आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच एक ऐतिहासिक शांति समझौता कराया है, जिससे नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र पर दशकों से चल रहा संघर्ष समाप्त हो गया है. शुक्रवार को घोषित इस समझौते की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ी कूटनीतिक सफलता के रूप में सराहना की है जो क्षेत्रीय स्थिरता को मजबूत करेगी और व्यापार और निवेश के द्वार खोलेगी.

35 साल के बाद दुश्मनी दोस्ती में बदले
हस्ताक्षर समारोह में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "यह एक लंबा समय है. पैंतीस साल तक वे लड़ते रहे और अब वे दोस्त हैं और वे लंबे समय तक दोस्त बने रहेंगे." उन्होंने बताया कि नया कॉरिडोर अज़रबैजान को आर्मेनिया की संप्रभुता का सम्मान करते हुए नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र तक पूरी पहुंच प्रदान करेगा.

अमेरिका कॉरिडोर पर 99 सालों तक करेगा विकास
अमेरिका इस गलियारे का विकास 99 वर्षों तक करेगा. ट्रंप ने आगे कहा कि वे वास्तव में साथ रह और काम कर सकेंगे. अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने आश्वासन दिया कि इस समझौते से पीछे हटने का कोई रास्ता नहीं है. इसमें कोई संदेह और शंका नहीं होनी चाहिए कि कोई भी पक्ष पीछे हटेगा. अगर हममें से कोई प्रधानमंत्री पशिनयान या मैं, पीछे हटने के बारे में सोचता तो हम यहां नहीं आते. इसलिए आप और अजरबैजानी समुदाय पूरी तरह आश्वस्त हो सकते हैं कि आज जो हुआ है, उसका परिणाम शांति होगा. काकेशस में दीर्घकालिक शांति, शाश्वत शांति."

ट्रंप की मेहनत को सलाम, मिले नोबेल पुरस्कार
ट्रंप ने अपनी सरकार के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा, "जब मैंने कार्यभार संभाला, तो पूरी दुनिया में तनाव था. हम सिर्फ छह महीने में कई समस्याओं को हल कर चुके हैं." इस मौके पर आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशिनयान और अजरबैजान के राष्ट्रपति अलीयेव ने ट्रंप की तारीफ की और उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने की बात कही. पशिनयान ने कहा, "हम इस नामांकन का समर्थन करेंगे." वहीं, अलीयेव ने कहा, "ट्रंप से ज्यादा नोबेल पुरस्कार का हकदार और कौन हो सकता है? हम जल्द ही एक संयुक्त पत्र जारी करेंगे."

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कृष्णा पांडेय

कृष्णा पांडेय, ज़ी न्यूज़ डिजिटल में चीफ सब-एडिटर के रूप में कार्यरत हैं. वह राजनीति, अंतरराष्ट्रीय मामलों, क्राइम, और फीचर जैसे कई बीट्स पर काम करते हैं. इनकी खासियत है इन-डेप्थ एक्सप्लेनर और संवे...और पढ़ें

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