भारतीय सेना को मिला नया 'आकाश प्राइम' सुरक्षा कवच, ऊंची चोटियों पर भी दुश्मन का हर वार होगा नाकाम; जानें क्यों है ये इतनी खास
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भारतीय सेना को मिला नया 'आकाश प्राइम' सुरक्षा कवच, ऊंची चोटियों पर भी दुश्मन का हर वार होगा नाकाम; जानें क्यों है ये इतनी खास

Akash prime missile system: भारतीय सेना अपनी हवाई रक्षा क्षमताओं को लगातार मजबूत कर रही हैइसी कड़ी में DRDO के 'आकाश प्राइममिसाइल प्रणाली को अब भारतीय सेना में शामिल किया जा रहा है. इस फैसले से खास तौर पर ऊंचाई वाले इलाकों में सेना की हवाई सुरक्षा अभेद्य हो जाएगी.

भारतीय सेना को मिला नया 'आकाश प्राइम' सुरक्षा कवच, ऊंची चोटियों पर भी दुश्मन का हर वार होगा नाकाम; जानें क्यों है ये इतनी खास

Indian Army air defence Akash prime missile system: आधुनिक युद्ध में अपनी हवाई सीमा और महत्वपूर्ण ठिकानों की सुरक्षा करना किसी भी सेना के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है. भारत अपनी विशाल और विविधतापूर्ण सीमाओं की रक्षा के लिए लगातार अपनी हवाई रक्षा प्रणालियों को अपग्रेड कर रहा है. इसी दिशा में, DRDO द्वारा विकसित और भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) द्वारा निर्मित 'आकाश प्राइम' मिसाइल प्रणाली को अब भारतीय सेना की 3rd और 4th आकाश सरफेस-टू-एयर मिसाइल (SAM) रेजिमेंट में शामिल किया जाएगा. जिससे भारतीय सेना को दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में भी दुश्मन के हवाई हमलों से निपटने में जबरदस्त मदद मिलेगी.

  1. ऊंचाई वाले इलाके में कारगर आकाश प्राइम सिस्टम
  2. एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम है देसी आकाश प्राइम

आकाश प्राइम भारतीय सेना का नया 'हवाई कवच'
'आकाश प्राइम' एक मीडियम-रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल प्रणाली है, जिसे जमीन से हवा में मार करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण हवाई रक्षा हथियार है. आकाश मिसाइल प्रणाली का यह 'प्राइम' वर्जन, इसके मूल संस्करण से कहीं ज्यादा एडवांस और प्रभावी है. यह दुश्मन के फाइटर जेट्स, हेलीकॉप्टरों, ड्रोनों और क्रूज मिसाइलों जैसे हवाई खतरों को बेअसर करने में सक्षम है.

क्यों खास है ये 'आकाश प्राइम' मिसाइल?
'आकाश प्राइम' को मूल आकाश मिसाइल की तुलना में कई महत्वपूर्ण अपग्रेड के साथ विकसित किया गया है, जो इसे और भी घातक बनाते हैं. इसमें बेहतर सटीकता है, जिससे यह अपने लक्ष्य को अधिक निश्चितता के साथ मार सकता है.

वहीं, इसे विशेष रूप से पहाड़ी और उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में प्रभावी ढंग से काम करने के लिए बनाया गया है, जो भारत की उत्तरी सीमाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.

साथ ही, इसमें एक नया, स्वदेशी रूप से विकसित एक्टिव रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर लगा है. यह सीकर लक्ष्य का पता लगाने और उस पर नजर रखने की क्षमता को काफी बढ़ा देता है. वहीं, इसके प्रोपल्शन सिस्टम को भी सुधारा गया है, जिससे इसकी रेंज और गति भी काफी बढ़ गई है. इसके इतर, इसका रडार क्रॉस सेक्शन कम है, जिससे दुश्मन के रडार के लिए इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है.

क्यों है ये सेना की पहली पसंद?
आकाश प्राइम का ऊंचाई वाले इलाकों में बेहतर प्रदर्शन इसकी सबसे बड़ी ताकत है. भारत की उत्तरी और पूर्वी सीमाएं दुर्गम पहाड़ी और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्थित हैं, जहां हवाई सुरक्षा प्रदान करना एक बड़ी चुनौती होती है.

'आकाश प्राइम' की यह खूबी इसे इन इलाकों में तैनात करने के लिए भारतीय सेना की पसंदीदा पसंद बनाती है. यह वहां मौजूद सैनिकों और महत्वपूर्ण सैन्य संपत्तियों को दुश्मन के हवाई हमलों से प्रभावी ढंग से बचाएगा, जिससे सेना को इन क्षेत्रों में एक मजबूत हवाई रक्षा कवच मिलेगा.

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