लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन की घटक पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग का पेच फंसता जा रहा है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की ओर से दावा किया जा रहा है कि मकर संक्रांति के बाद इंडिया गठबंधन में सीटों का बटवारा हो सकता है. हालांकि, इससे पहले ही जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी की ओर से जेडीयू की ओर से 17 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोकने सहित और भी कई बातें कही गई हैं.
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नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन की घटक पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग का पेच फंसता जा रहा है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की ओर से दावा किया जा रहा है कि मकर संक्रांति के बाद इंडिया गठबंधन में सीटों का बटवारा हो सकता है. हालांकि, इससे पहले ही जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी की ओर से जेडीयू की ओर से 17 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोकने सहित और भी कई बातें कही गई हैं.
इन 17 सीटों में 16 सीटें वे हैं, जिनपर लोकसभा चुनाव 2019 में एनडीए के साथ गठबंधन में रहते हुए जेडीयू ने जीत हासिल की थी. वहीं, एक सीट ऐसी है, जिसपर 2019 में जेडीयू दूसरे नंबर पर रही थी.
केसी त्यागी ने कहा, 'जेडीयू और आरजेडी दोनों पार्टियां बिहार में बीजेपी को कड़ी टक्कर देने की स्थिति में हैं. ऐसे में हम यहां समझौता करने की स्थिति में नहीं है.' केसी त्यागी ने अपने इस बयान से साफ कर दिया है कि चाहे कुछ भी हो जाए, सीट शेयरिंग को लेकर वे अपनी मांगों से बिहार में पीछे हटने वाले नहीं हैं.
'इंडिया गठबंधन की संस्थापक पार्टी है JDU'
केसी त्यागी का कहना है कि जेडीयू इंडिया गठबंधन की संस्थापक पार्टी है. भाजपा की बढ़ी हुई तैयारी उन्हें चिंतित करती है. इंडिया गठबंधन में उम्मीदवारों के चयन नहीं होने और पार्टियों के बीच सीटों की शेयरिंग पर बात नहीं बनने पर केसी त्यागी ने चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा- यह सही है कि जिन राज्यों कांग्रेस सत्ता में है वहां पर ज्यादा सीटों की डिमांड करे. लेकिन यह अव्यवहारिक है कि वह उन राज्यों में ज्यादा सीटों की मांग करे जहां पर वह शक्तिशाली स्थिति में नहीं है.
'राम मंदिर पर बयानबाजी से बचे इंडिया ब्लॉक'
इस दौरान केसी त्यागी ने बिहार के शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर की ओर से राम मंदिर पर की गई विवादित टिप्पणी पर भी अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर किसी प्रकार की अव्यावहारिक और अनुचित टिप्पणी करने से I.N.D.I.A के घटक दलों को परहेज करना चाहिए, इससे भाजपा का पक्ष मजबूत होता है.
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