Amit Shah in Lok Sabha: लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर तीखी डिबेट देखने को सुनने को मिली. शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की और उनके तुरंत बाद गौरव गोगोई ने धारदार भाषण देकर सरकार पर सवालों की झड़ी लगा दी. शाम में विदेश मंत्री जयशंकर बोल रहे थे तभी कुछ ऐसा हुआ कि गृह मंत्री अमित शाह खड़े हो गए.
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लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान शाम में विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले. इस दौरान कई बार विपक्ष ने शोर मचाया. शाम 6.45 बजे जयशंकर बोल ही रहे थे कि अचानक गृह मंत्री अमित शाह खड़े हो गए. उन्होंने कहा कि मेरी एक बात पर आपत्ति है. भारत देश का शपथ लिया हुआ विदेश मंत्री आज बयान दे रहा है, उस पर भरोसा नहीं है. उनको किसी और देश पर भरोसा है. इस पर सत्ता पक्ष के लोगों ने शेम-शेम के नारे लगाए.
#WATCH | During the discussion on Operation Sindoor in the House, Union Home Minister Amit Shah says, "...I have an objection that they (Opposition) don't have faith in an Indian Foreign Minister but they have faith in some other country. I can understand the importance of… pic.twitter.com/Jd6MPLneg7
— ANI (@ANI) July 28, 2025
शाह ने शुरू में तो आराम से अपनी बात कही फिर धीरे-धीरे आक्रामक हो गए. उन्होंने कहा कि मैं समझ सकता हूं कि उनकी पार्टी में विदेश का महत्व क्या है मगर इसका मतलब यह तो नहीं है कि पार्टी की सारी चीजें यहां सदन में आकर थोपें. उंगली के इशारे से गरजते हुए गृह मंत्री ने कहा कि भारत के विदेश मंत्री पर भरोसा नहीं करोगे? शपथ लिया हुआ व्यक्ति यहां बोल रहा है. वह जिम्मेदार हैं.
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शाह ने आगे कहा कि इसीलिए ये वहां बैठे हैं और 20 साल तक वहीं बैठने वाले हैं. गृह मंत्री जिस समय यह कह रहे थे, स्पीकर ओम बिरला मुस्कुरा रहे थे. बाद में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मेज थपथपाकर अपना समर्थन और खुशी जाहिर की.
इससे पहले एस. जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बयान में आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई. हर तरह के आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया. सबसे महत्वपूर्ण बात कि परिषद ने आतंकवाद के इस निंदनीय कृत्य के गुनहगारों, आकाओं, फंडिंग करने वालों और प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराने और उन्हें न्याय के कठघरे में लाने की आवश्यकता पर बल दिया.