CRPF का पुराना नाम नहीं जानते 90% लोग, यहां पढ़ लें इसके गठन की कहानी
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CRPF का पुराना नाम नहीं जानते 90% लोग, यहां पढ़ लें इसके गठन की कहानी

CRPF Hisotry: केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) भारत का प्रमुख अर्द्धसैनिक बल है. CRPF की स्थापना 27 जुलाई, 1939 को ब्रिटिश शासन में क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में हुई. आजादी के बाद 28 दिसंबर, 1949 को इसका नाम CRPF पड़ा. 1955 में CRPF एक्ट से इसके नियम तय हुए.

 

CRPF का पुराना नाम नहीं जानते 90% लोग, यहां पढ़ लें इसके गठन की कहानी

CRPF Old Name: भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे बड़ी मिलिट्री है. सीमा पर बैठे दुश्मन से सीमा सुरक्षा बल निपटते हैं, जबकि आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा पुलिस और कुछ अर्द्धसैनिक बलों पर होता है. ये अर्द्धसैनिक बल आतंकवाद, विद्रोह और नक्सलवाद जैसी समस्याओं को खत्म करने का काम करते हैं. अर्द्धसैनिक बलों में एक नाम केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स यानी CRPF का भी है. आइए, CRPF का इतिहास जान लेते हैं.

  1. भारत में CRPF 27 जुलाई 1939 को बनी
  2. तब इसका नाम क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस था

कब बनी थी CRPF?
भारत में CRPF 27 जुलाई, 1939 को बनी. ब्रिटिश शासन के दौरान इसका नाम क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस रखा गया. इस दौरान इसका इस्तेमाल रियासतों में विद्रोह को रोकने, सरकार के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों को रोकने का था. हालांकि, आजादी के बाद 28 दिसंबर 1949 को संसद के अधिनियम के तहत इसका नाम बदल दिया गया. तब इसका नाम बदलकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स पड़ा.
 
इसके गठन की जरूरत क्यों पड़ी?
इसका गठन उस समय भारत की रियासतों में बढ़ती राजनीतिक अशांति और विद्रोह को नियंत्रित करने के लिए किया गया था. खासकर, 1936 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मद्रास संकल्प के बाद अशांति पैदा हुई. तब ब्रिटिश शासन को रियासतों में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक शक्तिशाली बल की आवश्यकता पड़ी.

आजादी से पहले CRPF का क्या काम
आजादी से पहले CRPF का मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश अधिकारियों और उनके हितों की सुरक्षा करना, रियासतों में विद्रोह को दबाना और कानून-व्यवस्था बनाए रखना ही होता था. इस बल को शुरू में केवल एक बटालियन के साथ नीमच, मध्य प्रदेश में स्थापित किया गया था. कहा जाता है कि इसकी स्थापना में राजपूताना के रेजिडेंट आर्थर कनिंघम लोथियन और उनके पुलिस सलाहकार ए.जी. फिलिप्स ने अहम भूमिका निभाई. फिलिप्स इस बल के पहले इंस्पेक्टर जनरल बने।

DG करते हैं इसका नेतृत्व
बता दें कि 25 मार्च, 1955 को CRPF एक्ट आया, जिसमें इसके संचालन से जुड़े नियम-कायदे तय हुए थे. CRPF में कुल 246 बटालियन है. इसका नेतृत्व महानिदेशक यानी डीजी करते हैं. बता दें कि डीजी भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी होते हैं. 

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