सितमगर से प्यार! बांग्लादेश लेगा पाक आर्मी से ट्रेनिंग, क्या 'मौत को मौसी' कह रहे मुहम्मद यूनुस?
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सितमगर से प्यार! बांग्लादेश लेगा पाक आर्मी से ट्रेनिंग, क्या 'मौत को मौसी' कह रहे मुहम्मद यूनुस?

Bangladesh And Pakistan Relations: बांग्लादेश की पाकिस्तान से नजदीकियां लगातार बढ़ रही हैं. अब तो बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के ही मुखिया मोहम्मद यूनुस ने पाक आर्मी को अपने देश आने का न्योता भी दे दिया है. पाक आर्मी बांग्लादेश के फौजियों को ट्रेनिंग देगी. ये मुहम्मद यूनुस का आत्मघाती कदम भी साबित हो सकता है.

सितमगर से प्यार! बांग्लादेश लेगा पाक आर्मी से ट्रेनिंग, क्या 'मौत को मौसी' कह रहे मुहम्मद यूनुस?

नई दिल्ली: Bangladesh And Pakistan Relations: करीब 53 साल पहले 1971 में बांग्लादेश पाकिस्तान से अलग हुआ था. तब पाक की आर्मी ने बांग्लादेश में कैसी तबाही मचाई थी, इससे ज्यादातर लोग वाकिफ होंगे. लेकिन अब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के ही मुखिया मुहम्मद यूनुस ये भूल चुके हैं. यूनुस ने पाकिस्तान से दोस्ती का हाथ मिला लिया है. 19 दिसंबर को ही काहिरा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और मुहम्मद यूनुस के बीच मीटिंग हुई.

  1. बांग्लादेश में 40 टन से ज्यादा आरडीएक्स पहुंचा
  2. चार महीने में 40 हजार कारतूस भी पहुंचे

बांग्लादेश के फौजियों को ट्रेनिंग देगी PAK आर्मी
इस मीटिंग के बाद अब सूचना आई है कि बांग्लादेश अपने फौजियों को ट्रेनिंग दिलाने के लिए पाकिस्तानी आर्मी को बुलाने वाला है. पाकिस्तानी आर्मी में मेजर जनरल रैंक के अधिकारियों की एक स्पेशल टीम बांग्लादेशी आएगी. फरवरी 2025 से ये ट्रेनिंग देना शुरू कर देंगे, जो करीब 1 साल तक चलेगी. स्पेशल टीम बांग्लादेश के सभी दसों कमांड में जाकर ट्रेनिंग देगी. 1971 के बाद ये पहली बार पाक आर्मी बांग्लादेश की जमीन पर कदम रखने वाली है.

बांग्लादेश ने अपने पैरों पर मारी कुल्हाड़ी?
शेख हसीना ने अपने कार्यकाल के दौरान बांग्लादेश को पाकिस्तान से दूर रखा. उन्होंने भारत के साथ आगे बढ़ने का रास्ता चुना. तब बांग्लादेश ने खूब आर्थिक तरक्की की थी. लेकिन अब बांग्लादेश में पाकिस्तानी सेना, हथियारों और गोला बारूदों के जखीरे आ रहे हैं. इस साल सितंबर से दिसंबर के बीच 40 हजार कारतूस बांग्लादेश में पहुंचे. 40 टन से ज्यादा आरडीएक्स भी पहुंचा. पाक आर्मी के बाद यहां पर ISI का दखल भी बढ़ सकता है, जो बांग्लादेश के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. 

क्या मुहम्मद यूनुस ये सब भूल गए?
बांग्लादेश पर खतरा इसलिए मंडरा रहा है, क्योंकि 1971 में भी यहां पर पाक आर्मी ने तबाही मचाई थी. 1970 में पाकिस्तान चुनाव में पूर्वी पाकिस्तान के शेख मुजीबुर्हमान की पार्टी ने जीत दर्ज की थी. लेकिन पश्चिमी पाकिस्तान के नेता और आर्मी अधिकारी पूर्वी पाकिस्तान के हाथ में कमान नहीं सौंपना चाहते थे. तब पूर्वी पाकिस्तान ने बगावत कर दी. पश्चिमी पाकिस्तान के फौजियों ने पूर्वी पाकिस्तान में कत्लेआम मचा दिया. महिलाओं और बच्चियों से बलात्कार हुए. अनुमान है कि पूर्वी पाकिस्तान में 4 लाख महिलाओं से बलात्कार हुए. तब भारत की मदद से पूर्वी पाकिस्तान को आजादी मिली. 16 दिसंबर, 1971 को बांग्लादेश के रूप में नया देश बना. लेकिन मुहम्मद यूनुस ने इतना सब होने के बाद भी अब पाक को दोस्त के रूप में चुना. 

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रौनक भैड़ा

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