Typhon Missile System in Philippines: फिलीपींस में टाइफून मिसाइल सिस्टम की तैनाती से चीन की चिंता बढ़ गई है. टाइफून सिस्टम टॉमहॉक और SM-6 जैसी मिसाइलें दाग सकता है, जिनकी रेंज 2000 किमी तक है. ये मिसाइलें चीन के कई इलाकों को निशाना बना सकती है. चीन ने इसे खतरा मानकर फिलीपींस को चेतावनी दी.
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Typhon Missile System in Philippines: चीन इन दिनों मुसीबतों से घिरा हुआ है. एक तरफ ताइवान से चुनौती मिल रही है, दूसरी तरफ भारत का करीबी देश फिलीपींस समस्याएं खड़ी कर रहा है. खुद को ड्रैगन जितना पावरफुल समझने वाला चीन ऐसी दिक्कतों से घिर गया है, जिनका सामना करने के नाम पर गीदड़ भभकियां मात्र दे रहा है. चीन को अब एक ऐसे अमेरिकी वेपन का डर सता रहा है, जिसे फिलीपींस ने तैनात किया है.
टाइफून प्रणाली की तैनाती
दरअसल, अप्रैल 2024 में अमेरिका और फिलीपींस का साझा सैन्य अभ्यास हुआ, इस दौरान पहली टाइफून प्रणाली फिलीपींस पहुंची थी. पहली बार इसकी विदेश में तैनाती हुई थी. टाइफॉन एक ऐसा सिस्टम है जिससे टॉमहॉक और SM-6 जैसी ताकतवर मिसाइलें दागी जा सकती है. इनमें टॉमहॉक मिसाइल की रेंज तो 2000 किलोमीटर तक है.
चीन तक है इसकी मिसाइलों की रेंज
टाइफून की तैनाती से चीन इसलिए घबराया हुआ है, क्योंकि इससे दागी जाने वाली मिसाइलों की रेंज चीन तक है. ये दक्षिणी चीन सागर, ताइवान स्ट्रेट और चीन के कई इलाकों तक मारक क्षमता रखती हैं. अब कहा ये भी जा रहा है की अमेरिका फिलीपींस के सबसे बड़े द्वीप लूजोन में और भी टाइफून मिसाइल सिस्टम तैनात करने वाला है.
चीन और फिलीपींस आमने-सामने
चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता झांग शियाओगांग ने फिलीपींस को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि फिलीपींस खुद को US के वॉर वेपन्स से बांध रहा है. फिलीपींस को भेड़ियों (अमेरिका) को घर में बुलाना उल्टा पड़ेगा. इससे उनका ही आत्म-विनाश होगा, अपने ही घरों को खत्म कर रहे हैं. जबकि बीते हफ्ते ही फिलीपींस ने अतिरिक्त टाइफून मिसाइलों की तैनाती को सराहनीय बताया. सेना के प्रवक्ता कर्नल लूई डेमा-अला ने कहा कि टाइफॉन लॉन्चर की आमद एक स्वागत योग्य कदम होगा. बता दें कि टाइफून के अलावा अमेरिकी सेना ने एंटी-शिप NMESIS मिसाइलों की भी तैनाती की है. ये उत्तरी द्वीप बटाने में मौजूद हैं.