राम जन्‍म भूम‍ि ने 5 साल में भर दी सरकार की झोली! द‍िया इतना टैक्‍स, ग‍िनते-ग‍िनते थक जाएंगे आप
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राम जन्‍म भूम‍ि ने 5 साल में भर दी सरकार की झोली! द‍िया इतना टैक्‍स, ग‍िनते-ग‍िनते थक जाएंगे आप

Ram Janmabhoomi Tax: सुप्रीम कोर्ट की तरफ से 2019 में द‍िये गए फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर न‍िर्माण का रास्ता साफ हो गया था. इसके बाद, 2020 में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बनाया गया, ताकि राम मंदिर के निर्माण की देखरेख की जा सके. 

राम जन्‍म भूम‍ि ने 5 साल में भर दी सरकार की झोली! द‍िया इतना टैक्‍स, ग‍िनते-ग‍िनते थक जाएंगे आप

Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) ने पिछले पांच साल के दौरान सरकार को करीब 400 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में दिए हैं. ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया क‍ि यह रकम 5 फरवरी, 2020 से 5 फरवरी, 2025 के बीच दी गई है. 400 करोड़ की रकम में से 270 करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में दिये गए, जबकि 130 करोड़ रुपये बाकी टैक्स कैटेगरी के तहत दिए गए.

पर्यटकों की संख्या प‍िछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी

राय ने बताया कि अयोध्या में भक्तों और पर्यटकों की संख्या प‍िछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अधिक मौके बने हैं. उन्होंने आगे बताया क‍ि महाकुंभ के दौरान 1.26 करोड़ भक्तों ने अयोध्या का दौरा किया. पिछले साल, अयोध्या में 16 करोड़ व‍िज‍िटर दर्ज किये गए, जिनमें से 5 करोड़ ने राम मंदिर के दर्शन किए.' सुप्रीम कोर्ट की तरफ से 2019 में द‍िये गए फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर न‍िर्माण का रास्ता साफ हो गया था. इसके बाद, 2020 में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बनाया गया, ताकि राम मंदिर के निर्माण की देखरेख की जा सके.

CAG के अधिकारियों की तरफ से होता है ऑडिट
इसके बाद राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी, 2024 को हुआ. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य रूप से पूजा- अर्चना की. इस कार्यक्रम में देशभर से धार्मिक नेता, राजनीतिक हस्तियां और गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए. राम मंदिर का न‍िर्माण उसी जगह पर हुआ है, जिसे भगवान राम का जन्मस्थान माना जाता है. मंद‍िर न‍िर्माण होने के बाद यह एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल बन गया है, जो लाखों भक्तों को आकर्षित करता है. राय ने बताया कि ट्रस्ट के वित्तीय रिकॉर्ड की नियमित रूप से भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) के अधिकारियों की तरफ से ऑडिट क‍िया जाता है.

सात साल में दोगुनी हुई कमाई
जम्मू के कटरा में माता वैष्णो देवी ने फाइनेंश‍ियल ईयर 2024 में 683 करोड़ रुपये कमाए. इसमें 255 करोड़ रुपये चढ़ावे से आए जो क‍ि पूरी तरह टैक्‍स फ्री हैं. इसके अलावा 133.3 करोड़ रुपये ब्याज से आए. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की 4,800 करोड़ रुपये की कमाई में से एक तिहाई से ज्‍यादा हुंडी संग्रह से आए. आपको बता दें देश के दो सबसे बड़े मंदिर ट्रस्टों की कमाई पिछले सात साल में दोगुनी हो गई है. तिरुपति ट्रस्ट की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार FY 2017 में इसका बजट 2,678 करोड़ रुपये था, जो फाइनेंश‍ियल ईयर 2025 में बढ़कर 5,145 करोड़ रुपये हो गया. 

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