Operation Sindoor: संसद में 'ऑपरेशन सिंदूर' और पहलगाम आतंकी हमले पर बहस से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने अपने बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है और बीजेपी को एक बड़ा मुद्दा दे दिया है.
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P. Chidambaram on Operation Sindoor: मानसून सत्र का पहला सप्ताह हंगामेदार रहने के बाद संसद में सोमवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' और पहलगाम आतंकी हमले पर महत्वपूर्ण बहस होने वाली है. इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर से निपटने के केंद्र सरकार के तरीके पर कई सवाल उठाए हैं. चिदंबरम ने एक इंटरव्यू में कहा है कि सरकार ने पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है और कैसे पता कि आतंकी पाकिस्तान से आए. इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर करने में आनाकानी करने का आरोप लगाया है. संसद में बहस से पहले चिदंबरम ने अपने बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है और बीजेपी को एक बड़ा मुद्दा दे दिया है.
पी. चिदंबरम ने इंटरव्यू में क्या-क्या कहा?
इंटरव्यू के दौरान पी. चिदंबरम ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का हवाला देते हुए पूछा, 'आतंकवादी हमलावर कहां हैं? आपने उन्हें क्यों नहीं पकड़ा या उनकी पहचान तक नहीं की? हमलावरों को पनाह देने वाले कुछ लोगों की गिरफ्तारी की खबर सामने आई थी. उनका क्या हुआ? पी. चिदंबरम ने स्पष्ट आधिकारिक जानकारी ना देने की ओर भी इशारा किया.
उन्होंने कहा, 'हमें अलग-अलग अधिकारियों से थोड़ी-थोड़ी जानकारी मिलती है. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) सिंगापुर जाते हैं और एक बयान देते हैं, जिससे आपको थोड़ी-थोड़ी जानकारी मिलती है. उप-सेना प्रमुख मुंबई में बयान देते हैं. इंडोनेशिया में नौसेना का एक जूनियर अधिकारी बयान देता है. लेकिन, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री या विदेश मंत्री कोई व्यापक बयान क्यों नहीं देते?'
तो क्या सरकार कुछ छिपाने की कोशिश कर रही?
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है? इस पर पी. चिदंबरम ने जवाब दिया, 'मुझे लगता है और यह अटकलें हैं. मुझे लगता है कि वे इस तथ्य को छिपा रहे हैं कि हमने (ऑपरेशन सिंदूर के दौरान) सामरिक गलतियां कीं और हमने पुनः रणनीति बनाई.' उन्होंने आगे कहा, 'सीडीएस ने इस ओर इशारा किया. कौन सी रणनीतिक गलतिया हुईं? क्या नई रणनीति बनाई गई? या तो भाजपा सरकार इन सवालों का जवाब देने में असमर्थ है, या फिर वह जवाब देने को तैयार नहीं है.'
कैसे पता आतंकी पाकिस्तान से आए... चिदंबरम के बयान पर बवाल
पी चिदंबरम ने जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, 'एनआईए इन हफ्तों में क्या कर रही है, यह बताने को तैयार नहीं है. क्या उन्होंने आतंकवादियों की पहचान की है, वे कहां से आए थे? जहां तक हम जानते हैं, वे स्थानीय आतंकवादी हो सकते हैं. आप यह क्यों मान रहे हैं कि वे पाकिस्तान से आए थे? इसका कोई सबूत नहीं है.' चिदंबरम ने आगे कहा, 'वे नुकसान की जानकारी भी छिपा रहे हैं. मैंने एक कॉलम में कहा था कि युद्ध में दोनों पक्षों को नुकसान होगा. मैं समझता हूं कि भारत को भी नुकसान हुआ होगा. खुलकर बोलिए.'
पी. चिदंबरम ने बैठे बिठाए बीजेपी को दे दिया बड़ा मुद्दा
पी. चिदंबरम की यह टिप्पणी सोमवार को संसद में होने वाली बहस से पहले आई है, जहां सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करने वाले हैं. इस बीच बीजेपी ने चिदंबरम के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस पर पाकिस्तान का बचाव करने का आरोप लगाया है. भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा, 'एक बार फिर पहलगाम आतंकी हमले के बाद कांग्रेस पाकिस्तान को क्लीन चिट देने में जुटी है.' उन्होंने आगे कहा, 'ऐसा क्यों है कि जब भी हमारी सेनाएं पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का सामना करती हैं तो कांग्रेस के नेता भारत के विपक्ष की बजाय इस्लामाबाद के बचाव पक्ष के वकील ज़्यादा लगते हैं?'
पी. चिदंबरम के बयान पर किसने क्या कहा?
पी चिदंबरम के इस बयान पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'वह पूर्व गृह मंत्री रह चुके हैं और कई मंत्रालयों में काम कर चुके हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले 70 सालों के इतिहास में हमने उनके साथ युद्ध किए हैं और उनकी आतंकी गतिविधियों का सामना किया है. पहले, टीआरएफ ने (पहलगाम की) जिम्मेदारी ली, फिर वह मुकर गया. पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र में टीआरएफ के लिए बोलता है. हमें किसी सबूत की जरूरत नहीं है. हमने इसका सामना किया है. यह सब पाकिस्तान द्वारा किया गया है, जो न तो खुद प्रगति कर सका और न ही वह चाहता है कि कोई और ऐसा करे.'
पी. चिदंबरम के बयान पर भाजपा सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने कहा, 'पूरी दुनिया जानती है कि वे कहां से आए थे. सभी दलों के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल दुनिया भर में गए और दुनिया को इसके बारे में बताया. पी. चिदंबरम को ऐसे बयान देने से पहले सोचना चाहिए. जब पाकिस्तान दुनिया को सबूत दे रहा है, तो हमें सबूत की क्या ज़रूरत है.'
पी चिदंबरम के इस बयान पर अखिलेश यादव ने कहा, 'कांग्रेस पहले दिल्ली में सत्ता में थी. उनके पास जानकारी के कुछ स्रोत हो सकते हैं.' आज लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा को लेकर अखिलेश यादव ने कहा, 'सबसे पहले तो यह स्वीकार करना होगा कि ये दो अलग-अलग मुद्दे हैं. सबसे पहले हम ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों की बहादुरी और पराक्रम के लिए उन्हें बधाई देते हैं. अगर उन्हें मौका मिलता, तो वे पीओके पर भी कब्ज़ा कर लेते. पहलगाम हमले से पहले एक और घटना हुई थी जिसके बारे में जनता को अभी तक जानकारी नहीं दी गई है. सवाल यह है कि भाजपा सरकार में बार-बार आतंकवादी घटनाएं क्यों हो रही हैं? पहलगाम के आतंकवादी कहां गए? सरकार को जवाब देना चाहिए कि ये आतंकवादी कहां गए?'
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, 'हम सभी जानते हैं कि भाजपा हमेशा असली मुद्दे से ध्यान भटकाना चाहती है और असली मुद्दे हैं. पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर जारी रखने में सरकार की विफलता और ट्रम्प के सोशल मीडिया ट्रुथ के आगे मोदी का आत्मसमर्पण. हम इस बात को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हैं कि यह भाजपा की ध्यान भटकाने की रणनीति है और हम उनके जाल में नहीं फंसेंगे. कांग्रेस स्पष्ट रूप से कह रही है कि पाकिस्तान को भारत में आतंकवाद का निर्यात बंद करना होगा. कांग्रेस आतंकवादी समूहों के खिलाफ लड़ाई में सेना के साथ खड़ी है.'
पहलगाम के आतंकियों पर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के कथित बयान पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, 'सवाल सीधा है, हम जानना चाहते हैं कि वो आतंकी कहां हैं जिन्होंने हमारी 26 बहनों के पतियों की हत्या की. सरकार अब तक नाकाम रही है...कश्मीर में जो खतरनाक खेल खेला जा रहा है, वो देश के लिए हितकर नहीं है. हम जानना चाहते हैं कि वो आतंकी कौन हैं, कहां से आए हैं और अब तक पकड़े क्यों नहीं गए.'