अमेरिका से हथियार खरीदने पर सरकार ने नहीं लगाई रोक, मंत्रालय ने दावों को बताया झूठा
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अमेरिका से हथियार खरीदने पर सरकार ने नहीं लगाई रोक, मंत्रालय ने दावों को बताया झूठा

India Us Weapons Deal: अमेरिका के साथ टैरिफ वॉर के बीच भारत ने कहा है कि भारत ने अमेरिका से बड़े रक्षा सौदों की बातचीत पर किसी भी तरह रोक नहीं लगाई है. सरकार ने सभी दावों को झूठा करार दिया है. 

अमेरिका से हथियार खरीदने पर सरकार ने नहीं लगाई रोक, मंत्रालय ने दावों को बताया झूठा

India Us Weapons Deal: रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि भारत ने अमेरिका से बड़े रक्षा सौदों की बातचीत को रोक दिया है. मंत्रालय ने इस रिपोर्ट को 'झूठा और मनगढ़ंत' करार दिया है. मंत्रालय ने अपने बयान में कहा,'अमेरिका से रक्षा खरीद को लेकर बातचीत रोकने की जो खबरें चल रही हैं, वे गलत और मनगढ़ंत हैं. सभी खरीद प्रक्रियाएं तय नियमों के मुताबिक आगे बढ़ रही हैं.'

सरकार की तरफ से यह सफाई उस रिपोर्ट के बाद आई है जिसमें रॉयटर्स ने तीन भारतीय अधिकारियों के हवाले से दावा किया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जरिए भारतीय सामानों पर भारी टैरिफ लगाने से नाराज होकर भारत ने हथियार और सैन्य विमान खरीदने की योजना फिलहाल रोक दी है. रिपोर्ट में दावा किया गया था कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की वॉशिंगटन यात्रा के दौरान कुछ बड़े सौदों की घोषणा होनी थी, जिनमें शामिल थे:

  • Stryker कॉम्बैट गाड़ियां (General Dynamics)

  • Javelin एंटी-टैंक मिसाइल (Raytheon और Lockheed Martin)

  • भारतीय नौसेना के लिए 6 P8I निगरानी विमान (Boeing)

हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि हालात साफ होने पर ये रक्षा सौदे दोबारा शुरू हो सकते हैं. मगर भारत सरकार का साफ कहना है',अमेरिका से हथियार खरीदने को लेकर कोई बातचीत रोकी नहीं गई है.'

गौरतलब है कि भारत, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हथियार खरीददार देश है, पहले रूस से हथियार लेता था, लेकिन अब वह अमेरिका, फ्रांस और इज़राइल जैसे देशों से भी खरीद कर रहा है.

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ताहिर कामरान

पत्रकारिता की रहगुज़र पर क़दम रखते हुए 2015 में एक उर्दू अख़बार से अपने सफ़र का आग़ाज़ किया. उर्दू में दिलचस्पी और अल्फ़ाज़ की मोहब्बत धीरे-धीरे पेशे में ढल गई. उर्दू के बाद हिंदी-पंजाबी अख़बारों म...और पढ़ें

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