Illegal Bangladeshi in India: भारत के कई शहरों में बांग्लादेशी गायब हो गए हैं. असल में ये गायब अपनी पहचान छिपाने के लिए हुए हैं. आपको जानकर हैरानी होगी, पहचान छिपाने के लिए बांग्लादेशी सेक्स भी चेंज करवा ले रहे हैं. दिल्ली में कुछ ट्रांसजेंडर पकड़े गए तब जाकर पूरा राज खुला.
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पूरे देश में अब अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों को पकड़ा जा रहा है. उन्हें देश से निकाला जा रहा है. इस दौरान जो जानकारी पता चल रही है, वह आपका दिमाग हिला देगी. इन लोगों ने भारत में आकर खुद को 'गायब' करने के तमाम तरीके निकाल लिए थे. पुलिस ने बताया है कि कुछ बांग्लादेशियों ने अपना सेक्स तक चेंज करवा दिया जिससे उनकी पहचान बदल जाए. वे नकली पहचान पत्रों का इस्तेमाल करके भीख मांगते या फिर ईंट भट्ठों पर काम कर रहे थे.
अकेले 2024-25 में राजधानी दिल्ली से 2100 से ज्यादा लोगों को निकाला गया. पता चला है कि इसमें कई ट्रांसजेंडर भी थे जो सड़क के किनारे रह रहे थे. पहचान छिपाने के लिए इन्होंने वेशभूषा के साथ शारीरिक बनावट भी बदल ली थी. हां, ये महिला की तरह दिखें, इसके लिए जेंडर सर्जरी भी करवाई. पुलिस ने मोहम्मद रसूल इस्लाम (27) और 26 साल के मोहम्मद इब्राहिम का नाम बताया है. ये दो ट्रांसजेंडर पकड़े गए थे. इन्हें भलस्वा डेयरी फ्लाईओवर के नीचे से पकड़ा गया. दोनों ने कबूल किया कि वे बांग्लादेशी हैं.
कैसे छिपाते थे पहचान?
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों ने दावा किया कि उन्होंने महिलाओं जैसा दिखने के लिए अपनी शारीरिक बनावट में बदलाव किया. लिंग सर्जरी करवाई. एक अधिकारी ने बताया कि ये बहुत ज्यादा मेकअप किए रहते थे, साड़ी या सलवार सूट पहनते, सिर में विग लगाते थे और महिला वाली चीजें पहने रहते थे. असली पहचान छिपाने के लिए इन्होंने महिलाओं की तरह हावभाव सीख लिया था और उसी तरह से आवाज भी निकालनी शुरू कर दी.
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28 जून को उत्तर-पश्चिम दिल्ली में भीख मांगने वाले पांच बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए. वे खुद को ट्रांसजेंडर महिलाओं के रूप में पेश कर रहे थे. पुलिस ने कड़ाई से पूछा तो उन्होंने बताया कि पहचान छिपाने के लिए उन्होंने महिलाओं के कपड़े पहनने शुरू किए, लिंग और रूप बदलने के लिए छोटी-मोटी सर्जरी और हार्मोनल उपचार करवाया. ये लोग बड़ी चालाकी से ऐसा करते हैं जिससे घनी आबादी वाले इलाकों में आसानी से घुल-मिल सकें. महिलाओं और ट्रांसजेंडरों के प्रति सामाजिक संवेदनशीलता का ये फायदा उठा लेते हैं. कई अवैध प्रवासी दूरदराज के इलाकों में ईंट भट्ठों पर काम करते पाए गए.