S Jaishankar in Rajya Sabha: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को राज्यसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान और आतंकवाद को लेकर जमकर बोले. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पंडित नेहरू की गलतियों को सुधारा और दुनिया को दिखाया कि भारत अब वही करता है, जो कहता है. आइए, 5 पॉइंट्स में समझें जयशंकर की पूरी बात.
- टीआरएफ को बेनकाब किया: जयशंकर ने कहा कि 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का मुखौटा है. भारत ने इसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर साबित किया. संयुक्त राष्ट्र ने भारत का पक्ष माना, और अमेरिका ने टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित किया. ये भारत की कूटनीतिक जीत है.
- सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार: जयशंकर ने बताया कि 60 साल तक कहा गया कि नेहरू की गलतियों को ठीक नहीं किया जा सकता, लेकिन मोदी सरकार ने धारा 370 हटाकर और अब सिंधु जल संधि को स्थगित करके दिखा दिया कि गलतियां सुधारी जा सकती हैं. जब तक पाकिस्तान आतंकवाद नहीं छोड़ता, ये संधि रुकी रहेगी.
- खून और पानी एक साथ नहीं: जयशंकर ने दोहराया, "खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते." पहलगाम में टीआरएफ के आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या की, जिसके बाद भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया. भारत अब न मध्यस्थता मानेगा, न परमाणु धमकियां बर्दाश्त करेगा.
- पुरानी सरकारों पर निशाना: जयशंकर ने 2006-08 के आतंकी हमलों का जिक्र किया, जैसे मुंबई ट्रेन धमाके, हैदराबाद और जयपुर ब्लास्ट. उन्होंने कहा कि तब की सरकारें कमजोर थीं, हमलों के बाद भी पाकिस्तान से बातचीत करती थीं. 2008 के मुंबई हमले के बाद तो भारत हवाना में पाकिस्तान के साथ बैठ गया था.
- आतंकवाद को वैश्विक मुद्दा बनाया: जयशंकर ने कहा कि मोदी सरकार ने आतंकवाद को वैश्विक एजेंडा बनाया. वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) के जरिए पाकिस्तान पर दबाव डाला गया. आज भारत की बात दुनिया सुनती है, क्योंकि हम जो कहते हैं, वही करते हैं.