Who is IAS Inderjit Singh: पिछले दिनों लखनऊ देश का तीसरा और यूपी का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लिए स्वच्छता सर्वेंक्षण में तीसरी रैंक पर पहुंचना एक बड़ी उपलब्धि है. लेकिन क्या आप जानते हैं लखनऊ को इस बड़ी उपलब्धि दिलाने का श्रेय किसे जाता है.
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Lucknow: राष्ट्रीय स्तर के स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को देशभर में तीसरा और यूपी में सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है. देश-प्रदेश की खबरों में दिलचस्पी रखने वाले ज्यादातर सभी लोग अब तक यह बात जान चुके हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि लखनऊ को यह उपलब्धि दिलाने का श्रेय IAS इंद्रजीत सिंह को जाता है.
कौन हैं IAS इंद्रजीत सिंह
इंद्रजीत सिंह 2016 बैच के IAS अधिकारी हैं. उनका गृह जिला पंजाब का दोआबा है. उनकी पहली पोस्टिंग 2017 में बिजनोर के असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर हुई थी. इसके बाद वो इटावा, गोरखपुर होते हुए 2022 से लखनऊ में कार्यरत हैं. वर्तमान में इंद्रजीत सिंह उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) के डायरेक्टर हैं. इससे पहले वो 27 जून 2022 से 24 अप्रैल 2025 तक लखनऊ के नगर आयुक्त रहे हैं. उन्हीं के कार्यकाल में लखनऊ को यह कीर्तिमान हासिल हुआ है.
इंद्रजीत सिंह ने कैसे हासिल की ये उपलब्धि
मीडिया में दिये एक इंटरव्यू में इंद्रजीत सिंह ने बताया था कि वो पहले खुद 'स्वच्छ भारत मिशन' की गाइडलाइन पढ़ते थे, इसके बाद अपनी पूरी टीम को यही गाइडलाइन पढ़ाते थे. इसी गाइडलाइन पर पूरी टीम ने काम किया और परिणाम शानदार रहे. इंद्रजीत सिंह लखनऊ को प्रदेश का सबसे स्वच्छ शहर का तमगा मिलने में अपनी पूरी टीम का योगदान मानते हैं. इंद्रजीत सिंह ने लखनऊ के शिवरी इलाके में कचरा प्रोसेसिंग यूनिट शुरू कर कूड़े के ढेर खत्म किए,जिससे कचरा प्रबंधन में जबरदस्त क्रांति आई.
राष्ट्रपति से मिला पुरस्कार
देश में स्वच्छता की श्रेणी में तीसरे नंबर पर आने के लिए बीते 17 जुलाई को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में लखनऊ नगर निगम को सम्मानित भी किया था. इस दौरान यह पुरस्कार लखनऊ के नगर विकास आयुक्त एके शर्मा, महापौर सुषमा खड़कवाल और पूर्व नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने ग्रहण किया था.
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लखनऊ में किये कई बड़े काम
इंद्रजीत सिंह ने लखनऊ में कर्मचारियों की सैलरी पर भी बहुत बड़ा काम किया. पहले नगर निगम के कर्मचारियों को सैलरी 20 तारीख तक मिलती थी. लेकिन इंद्रजीत सिंह की कोशिशें से अब यह 1 से 5 तारीख के बीच मिलने लगी है.
इंद्रजीत सिंह ने लखनऊ नगर आयुक्त रहते हुए टैक्स कलेक्शन बढ़वाया जिससे निगम की वित्तीय स्थिति में सुधार हुआ.
सबसे बड़ी बात है इंद्रजीत सिंह ने जनता का भरोसा जीता. उन्होंने डिजिटल मॉनिटरिंग, नियमित सफाई और जागरूकता अभियानों से लखनऊवासियों की सोच बदली और समय-समय पर खुद स्वच्छता अभियान का हिस्सा बने.
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स्वच्छ लखनऊ के लिए जनता को इंद्रजीत सिंह का संदेश
इंद्रजीत सिंह कहते हैं स्वच्छता हर नागरिक का कर्तव्य है. यह घर से ही शुरू होती है. यह हमारे कल्चर में होनी चाहिये. रसोई से निकलने वाले कचरे से लेकर रजाई में निकलने वाली रूई तक रिसाइकिल होनी चाहिये. उदाहरण के तौर पर किचन से निकलने वाला कूड़ा बाहर ने फेंक कर गमले में डालकर उसकी खाद बनाई जानी चाहिये.