Marigold Plant Vastu: वास्तु शास्त्र में गेंदे के फूल से जुड़े वास्तु टिप्स का विशेष महत्व है. आइए जानते हैं कि गेंदे का पौधा घर की किस दिशा में लगाने से आर्थिक संपन्नता आती है.
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Marigold Plant Vastu Tips: हिंदू धर्म में पीले और नारंगी रंग के गेंदे के फूलों को बेहद शुभ और पवित्र माना जाता है. इन्हें विशेष रूप से देवी-देवताओं की पूजा, धार्मिक अनुष्ठानों और पर्व-त्योहारों में सजावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है. पीले रंग के फूल सूर्य के उगते हुए तेज के प्रतीक होते हैं, जबकि नारंगी रंग के फूल सूर्यास्त की सुनहरी आभा का प्रतिनिधित्व करते हैं. भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को ये फूल अत्यंत प्रिय हैं, इसी कारण इनका वास्तु शास्त्र में भी खास महत्व है. मान्यता है कि घर में गेंदे का पौधा लगाने से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और सुख-समृद्धि का आगमन होता है. आइए जानते हैं गेंदे के फूल से जुड़े खास वास्तु उपाय, जो आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाते हैं.
गेंदे के फूल के फायदे
सही दिशा में लगाया गया गेंदे का पौधा घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और वातावरण में सुख-शांति लाता है. इसकी ताजगी भरी सुगंध घर में सकारात्मक माहौल बनाए रखती है. पूजा में गेंदे के फूलों का उपयोग आर्थिक समस्याओं को दूर करने और धन लाभ के अवसर बढ़ाने में सहायक माना जाता है. इसके अलावा परिवार में एकजुटता और प्रगति के नए रास्ते खोलने में भी यह शुभ फल देता है.
किस दिन लगाएं गेंदे का पौधा?
वास्तु शास्त्र के अनुसार गेंदे का पौधा ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में लगाना सबसे अच्छा होता है. इसके अलावा, पूर्व या उत्तर दिशा भी उपयुक्त मानी जाती है. इन दिशाओं में पौधा लगाने से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक प्रभाव खत्म हो जाते हैं.
गेंदे के पौधे से जुड़े विशेष वास्तु नियम
गेंदे का पौधा मुख्य द्वार पर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती.
इसे दक्षिण या पश्चिम दिशा में लगाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह अशुभ प्रभाव डाल सकता है.
गंदे स्थान, रसोई, बाथरूम या टॉयलेट के पास गेंदे का पौधा नहीं रखना चाहिए.
मुरझाए या सूखे पौधे को घर में रखना अशुभ माना जाता है, इसलिए पौधे को हमेशा हरा-भरा बनाए रखें.
गेंदे की माला बनाकर देवी-देवताओं को अर्पित करने से विशेष आशीर्वाद और कृपा प्राप्त होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)