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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक बड़ा आर्थिक फैसला लिया है. उन्होंने घोषणा की कि अमेरिका अब कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर्स पर लगभग 100% टैक्स (टैरिफ) लगाएगा. इसका सीधा असर इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, घरेलू उपकरण और अन्य डिजिटल उत्पादों की कीमतों पर पड़ सकता है. ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी के ओवल ऑफिस में एप्पल के सीईओ टिम कुक के साथ मुलाकात के दौरान कहा- 'अगर आप अमेरिका में चिप्स बनाएंगे तो कोई टैक्स नहीं देना होगा, लेकिन बाहर से लाए तो 100% टैरिफ लगेगा.'
अमेरिका में बने चिप्स होंगे सस्ते
यह घोषणा उस समय आई है जब तीन महीने पहले ही ट्रंप प्रशासन ने कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामानों को भारी टैरिफ से अस्थायी राहत दी थी. अब जो कंपनियां अमेरिका में चिप्स बनाएंगी, उन्हें इस नए टैक्स से छूट मिलेगी. कोविड-19 महामारी के दौरान चिप्स की कमी से कारों की कीमतें बढ़ गई थीं और महंगाई में इजाफा हुआ था. इस बार ट्रंप का मानना है कि यह कदम अमेरिका में उत्पादन को बढ़ावा देगा.
एप्पल और टेक कंपनियों को फायदा
ट्रंप के इस ऐलान से निवेशकों में सकारात्मक माहौल देखा गया. एप्पल, एनवीडिया और इंटेल जैसी कंपनियों के शेयर बढ़ गए. एप्पल पहले ही अमेरिका में लगभग 600 अरब डॉलर का निवेश करने का वादा कर चुका है. एनवीडिया और इंटेल भी अमेरिकी उत्पादन क्षमता बढ़ाने में जुटी हैं.
शेयर मार्केट पर असर
• एप्पल – सामान्य ट्रेडिंग में 5% और बाद में 3% और बढ़त.
• एनवीडिया – थोड़ी बढ़त के साथ अपने मार्केट वैल्यू में $1 ट्रिलियन की वृद्धि.
• इंटेल – लंबे समय बाद शेयरों में उछाल.
दुनिया में चिप्स की मांग
वर्ल्ड सेमीकंडक्टर ट्रेड स्टैटिस्टिक्स के अनुसार, जून तक पिछले एक साल में कंप्यूटर चिप्स की बिक्री में 19.6% की बढ़ोतरी हुई है. यानी मांग लगातार बढ़ रही है और इस वजह से टैरिफ का असर काफी बड़ा हो सकता है.
बाइडेन की नीति से अलग रास्ता
ट्रंप का यह कदम पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की नीति से अलग है. बाइडेन प्रशासन ने 2022 में CHIPS and Science Act के तहत 50 अरब डॉलर से ज्यादा का फंड, टैक्स क्रेडिट और ट्रेनिंग प्रोग्राम्स शुरू किए थे ताकि अमेरिका में चिप निर्माण बढ़े. ट्रंप का मानना है कि सब्सिडी देने की बजाय ज्यादा टैक्स लगाकर कंपनियों को मजबूर किया जाए कि वे अमेरिका में ही फैक्ट्री खोलें.
आम लोगों पर असर
अगर कंपनियां अमेरिका में उत्पादन नहीं बढ़ातीं और चिप्स विदेश से लाती रहती हैं, तो मोबाइल फोन, टीवी, कार और फ्रिज जैसे उत्पाद महंगे हो सकते हैं. हालांकि, अगर उत्पादन अमेरिका में शिफ्ट हुआ, तो रोजगार के मौके भी बढ़ेंगे.
Q1. 100% टैरिफ का मतलब क्या है?
इसका मतलब है कि चिप्स के इम्पोर्ट पर उनकी कीमत का दोगुना टैक्स देना होगा.
Q2. क्या भारत से अमेरिका को भेजे जाने वाले चिप्स भी महंगे होंगे?
हां, अगर वे अमेरिका में नहीं बनते हैं तो.
Q3. क्या इससे आम लोगों की जेब पर असर पड़ेगा?
हां, इलेक्ट्रॉनिक्स और गाड़ियों की कीमतें बढ़ सकती हैं.