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OpenAI ने अपना अब तक का सबसे एडवांस्ड AI मॉडल GPT-5 लॉन्च कर दिया है, और इसके साथ ही कंपनी के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने भारत को लेकर बड़ा बयान दिया है. ऑल्टमैन के मुताबिक, आने वाले समय में भारत अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे बड़ा AI बाजार बन सकता है. फिलहाल भारत, अमेरिका के बाद OpenAI का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है, जहां लाखों यूजर्स ChatGPT का इस्तेमाल कर रहे हैं.
क्यों भारत को लेकर सैम ऑल्टमैन हैं इतने पॉजिटिव
GPT-5 लॉन्च के दौरान ऑल्टमैन ने कहा कि भारत आज दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ AI बाजार है. यहां के लोग और कंपनियां एआई का इस्तेमाल सिर्फ टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट्स में ही नहीं, बल्कि रोजमर्रा के कामों और क्रिएटिव आइडियाज में भी कर रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि OpenAI भारत के लिए खास तौर पर लोकल प्रोडक्ट्स और फीचर्स तैयार कर रहा है. इसके लिए कंपनी भारतीय पार्टनर्स के साथ मिलकर काम कर रही है, ताकि यहां के यूजर्स की जरूरतों के हिसाब से AI सॉल्यूशंस उपलब्ध कराए जा सकें.
एक PTI रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले ChatGPT प्रोडक्ट्स की कीमत भी ऐसी रखी जाएगी कि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सकें. ऑल्टमैन सितंबर में भारत का दौरा करेंगे ताकि यहां की कम्युनिटी और मार्केट को नजदीक से समझा जा सके. उनका कहना है, “भारत हमारे लिए अमेरिका के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार है, और यह जल्द ही पहला भी बन सकता है.”
भारत-अमेरिका टैरिफ विवाद का असर
इसी बीच, भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ वॉर ने भी सुर्खियां बटोरी हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ भारतीय उत्पादों पर 50% रेसिप्रोकल टैरिफ लगा दिया है. इससे “Made in India” प्रोडक्ट्स की अमेरिकी बाजार में डिमांड कम हो सकती है.
इस टैरिफ विवाद का असर एप्पल के ‘Make in India’ iPhone प्लान पर भी पड़ सकता है. दरअसल, एप्पल ने चीन-अमेरिका ट्रेड वॉर के चलते भारत में iPhone मैन्युफैक्चरिंग शुरू की थी. लेकिन अगर ये iPhones अमेरिका में बेचे गए, तो ट्रंप के नए टैरिफ नियमों के कारण उनकी कीमत काफी बढ़ सकती है.
हालांकि फिलहाल ट्रंप ने इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स को छूट दी है, लेकिन कंप्यूटर चिप्स और सेमीकंडक्टर्स पर 100% टैरिफ लगा दिया गया है, जो अमेरिका के बाहर बने हैं. इससे टेक इंडस्ट्री पर बड़ा असर पड़ सकता है.
Q1. GPT-5 क्या है?
GPT-5, OpenAI का नया और सबसे एडवांस्ड AI मॉडल है, जो ChatGPT को और ज्यादा स्मार्ट और तेज बनाता है.
Q2. भारत में GPT-5 कब से उपलब्ध होगा?
GPT-5 पहले से ChatGPT में रोलआउट होना शुरू हो गया है और भारत में भी उपलब्ध है.
Q3. भारत-अमेरिका टैरिफ वॉर का टेक सेक्टर पर क्या असर होगा?
इससे भारत में बने कुछ प्रोडक्ट्स की अमेरिकी बाजार में कीमत बढ़ सकती है, जिससे उनकी डिमांड घट सकती है.