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US FCC rules: अमेरिका ने अपनी नेशनल सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए एक अहम फैसला लिया है. US Federal Communications Commission (FCC) ने अंडरसी (समुद्र के अंदर बिछी) इंटरनेट केबल्स को जल्दी और सुरक्षित तरीके से तैनात करने के लिए नए नियम लागू किए हैं. ये कदम खासतौर पर चीन और अन्य विदेशी सरकारों से बढ़ते खतरे को देखते हुए उठाया गया है. इस फैसले का मकसद न सिर्फ इंटरनेट इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुरक्षित करना है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नई तकनीकों में अमेरिका की बढ़त बनाए रखना भी है.
अंडरसी केबल्स क्यों हैं इतनी अहम?
दुनिया की लगभग पूरी इंटरनेट ट्रैफिक और रोजाना 10 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा के वित्तीय लेन-देन इन्हीं अंडरसी केबल्स के जरिए होते हैं. ये केबल्स अब “क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर” मानी जाती हैं, यानी अगर इनमें कोई गड़बड़ी या हमला हो जाए, तो इसका असर सीधे वैश्विक इंटरनेट और फाइनेंस सिस्टम पर पड़ सकता है.
FCC के नए नियम क्या कहते हैं?
FCC के मुताबिक, अब अंडरसी केबल्स के लाइसेंस प्रोसेस को तेज किया जाएगा, लेकिन साथ ही सिक्योरिटी के नियम भी और सख्त होंगे.
• विदेशी दुश्मन देशों से जुड़े प्रोजेक्ट्स: अगर किसी प्रोजेक्ट में ऐसे देशों की कंपनियां शामिल हों जिन्हें अमेरिका “एडवर्सरी” यानी दुश्मन मानता है, तो उनके लिए लाइसेंस मिलना लगभग नामुमकिन होगा, जब तक वे यह साबित न कर दें कि उनका प्रोजेक्ट किसी तरह का सिक्योरिटी खतरा नहीं पैदा करता.
• साइबर सिक्योरिटी और फिजिकल सिक्योरिटी चेक: अमेरिका में लैंडिंग पॉइंट्स (जहां केबल जमीन पर आती है) के लिए और कड़े साइबर और फिजिकल सिक्योरिटी स्टैंडर्ड लागू होंगे.
FCC चेयरमैन का बयान
FCC चेयरमैन ब्रेंडन कार ने कहा- “हम सिर्फ नई अंडरसी केबल्स लगाना ही नहीं चाहते, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ये केबल्स सुरक्षित हों.” उन्होंने कहा कि चीन जैसे देश इन इन्फ्रास्ट्रक्चर को तेजी से निशाना बना रहे हैं.
सर्विलांस और तोड़फोड़ का खतरा
FCC कमिश्नर अन्ना गोमेज ने चेतावनी दी कि अंडरसी केबल्स पर जासूसी (Surveillance) और तोड़फोड़ (Sabotage) का खतरा बढ़ रहा है.
• चीन: बड़े पैमाने पर अंडरसी इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश कर रहा है.
• रूस: केबल रूट्स को मैप और मॉनिटर करने की क्षमता रखता है.
चीन पर लगाम कसने की रणनीति का हिस्सा
यह नियम बदलाव अमेरिका के उस बड़े मिशन का हिस्सा है, जिसमें चीन के स्ट्रैटेजिक टेक्नोलॉजी सेक्टर पर प्रभाव को सीमित करने की कोशिश की जा रही है. इससे पहले भी अमेरिका ने 5G नेटवर्क, AI, और अन्य संवेदनशील तकनीकों में चीन की हिस्सेदारी पर पाबंदियां लगाई हैं.
इस फैसले के संभावित असर
1. तेजी से केबल इंस्टॉलेशन- लाइसेंस प्रोसेस फास्ट होगा, जिससे इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट्स जल्दी पूरे होंगे.
2. ज्यादा सुरक्षा- हैकिंग, जासूसी और फिजिकल अटैक से बचाव होगा.
3. विदेशी कंपनियों पर सख्ती- खासकर चीन और रूस से जुड़े प्रोजेक्ट्स को कड़ा सिक्योरिटी चेक पास करना होगा.
4. AI और नई तकनीकों में बढ़त- अमेरिका अपनी डिजिटल ताकत बनाए रख सकेगा.
FAQs
Q1: अंडरसी इंटरनेट केबल्स क्या हैं?
ये समुद्र के अंदर बिछी फाइबर ऑप्टिक केबल्स हैं, जो देशों के बीच इंटरनेट और डेटा ट्रांसफर का काम करती हैं.
Q2: अमेरिका को चीन से खतरा क्यों है?
अमेरिका का मानना है कि चीन अंडरसी इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करके जासूसी या डेटा चोरी कर सकता है.
Q3: इन नए नियमों का सीधा फायदा किसे होगा?
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे और वहां के इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को.