Who is Vaniya Agrawal: क्या आप भारतीय मूल की एक लड़की के बारे में जानते हैं तो सत्या नडेला के आंख की किरकिरी बनी हुई है. और हो भी क्यों न, यह लड़की दो बार माइक्रोसॉफ्ट के इवेंट में खलल डाल चुकी है.
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Indian Origin Girl Disrupt Microsoft Event: आप Satya Nadella को जानते ही होंगे, जो एक टेक जाइंट कंपनी Microsoft के सीईओ हैं. दुनिया में यह एक जाना माना नाम है. लेकिन, क्या आप भारतीय मूल की एक लड़की के बारे में जानते हैं तो सत्या नडेला के आंख की किरकिरी बनी हुई है. और हो भी क्यों न, यह लड़की दो बार माइक्रोसॉफ्ट के इवेंट में खलल डाल चुकी है. एक बार तो यह लड़की सत्या नडेला के भाषण के दौरान ही बोल पड़ी, जिससे सभी का ध्यान इस पर गया. टेक इंडस्ट्री में इसकी खूब चर्चा हो रही है. आइए आपको बताते हैं कि यह लड़की कौन है और सुर्खियों में क्यों बनी हुई है.
भारतीय मूल की लड़की
हम जिस लड़की की बात कर रहे हैं उसका नाम Vaniya Agrawal है. यह एक भारतीय-अमेरिकी सॉफ्टवेयर इंजीनियर है जो पहले माइक्रोसॉफ्ट में ही काम करती है. इसने इस साल माइक्रोसॉफ्ट के दो बड़े कार्यक्रमों में विरोध प्रदर्शन करके सुर्खियां बटोरी हैं.लेकिन, अपने कारनामों के चलते इसको नौकरी से निकाल दिया गया. नौकरी से निकाले जाने के बाद भी वानिया काफी एक्टिव है और माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करती रहती है.
माइक्रोसॉफ्ट की 50वीं वर्षगांठ पर पहला विरोध
अप्रैल में जब माइक्रोसॉफ्ट अपनी 50वीं वर्षगांठ मना रहा था, तब वानिया ने बिल गेट्स, स्टीव बाल्मर और सत्या नडेला जैसे बड़े अधिकारियों के एक पैनल को बाधित किया. उन्होंने उन पर "फिलिस्तीनियों के खून पर जश्न मनाने" का आरोप लगाया. इस घटना के तुरंत बाद माइक्रोसॉफ्ट ने वानिया को नौकरी से निकाल दिया. वानिया ने कंपनी छोड़ने का ऐलान करते हुए एक ईमेल भी भेजा, जिसमें उन्होंने बताया कि उनका आखिरी दिन 11 अप्रैल होगा.
वानिया ने ईमेल में लिखा "नमस्ते सभी, मेरा नाम वानिया है और इस कंपनी में डेढ़ साल सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करने के बाद मैंने माइक्रोसॉफ्ट छोड़ने का फैसला किया है. मेरा आखिरी दिन अगले शुक्रवार 11 अप्रैल है. आपने मुझे आज पहले खड़े होकर माइक्रोसॉफ्ट की 50वीं वर्षगांठ पर सत्या के भाषण के दौरान उन्हें टोकते हुए देखा होगा. मेरे कंपनी छोड़ने का और आज बोलने का यही कारण है."
माइक्रोसॉफ्ट डेवलपर कॉन्फ्रेंस में दूसरा विरोध
दूसरी बार वानिया ने माइक्रोसॉफ्ट के सालाना डेवलपर सम्मेलन को बाधित किया. इस बार उनके साथ माइक्रोसॉफ्ट के एक और पूर्व कर्मचारी होसाम नस्र भी थे. दोनों ने कंपनी के AI सुरक्षा प्रमुख नेता हैबी पर चिल्लाकर अपना विरोध जताया. इन दोनों विरोध प्रदर्शनों का कारण इजरायली सरकार के साथ माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड समझौतों का विरोध करना था.
वानिया अग्रवाल की पढ़ाई-लिखाई
वानिया के लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक उन्होंने एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. वानिया ने सितंबर 2019 में अमेजन में एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर के रूप में अपना करियर शुरू किया. तीन साल तक काम करने के बाद उन्हें प्रमोशन भी दिया गया था.
2023 में वानिया ने माइक्रोसॉफ्ट ज्वाॉइन किया, जहां उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डिवीजन में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया. जबकि उन्हें अप्रैल में माइक्रोसॉफ्ट ने निकाल दिया था लेकिन, उनका लिंक्डइन प्रोफाइल अभी भी "माइक्रोसॉफ्ट में सॉफ्टवेयर इंजीनियर" दिखाता है.
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टेक इंडस्ट्री में आने से पहले किए ये काम
टेक इंडस्ट्री में जाने से पहले वानिया ने कई तरह के काम किए. उन्होंने 2016 में नेपरविल, इलिनोइस में एक मेडिकल असिस्टेंट के रूप में काम किया. उन्होंने एक चाय सलाहकार और फार्मेसी टेक्नीशियन के तौर पर भी काम किया. इसके अलावा 2012 से 2014 तक उन्होंने Etsy पर 'वानुष्का' नाम से अपना एक छोटा बिजनेस भी चलाया, जहां वह हाथ से बनी चीजें बेचती थीं.
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सोशल मीडिया पर एक्टिव
वानिया अग्रवाल अपने विरोध प्रदर्शनों के वीडियो अपने इंस्टाग्राम और ट्विटर अकाउंट पर शेयर करती रहती हैं. वह "नो एज्योर फॉर अपार्थाइड" ग्रुप की भी सदस्य हैं और लगातार इस ग्रुप द्वारा पोस्ट शेयर करती रहती हैं.