चिकनगुनिया के खिलाफ चीनी अधिकारियों के चलाए गए अभियान ने एक बार फिर से कोविड महामारी की याद दिला दी. चीनी अधिकारियों ने अपने घरों में गमले रखने वालों, खाली बोतलें रखने वालों को सख्त हिदायत देते हुए उन्हें हटाने के निर्देश जारी किए हैं.
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Chikungunya Virus Outbreak in China: कोरोना महामारी के बाद चीन एक और खतरनाक बीमारी की चपेट में आ रहा है. न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार तक इस बीमारी ने अब तक चीन के 7000 लोगों को अपनी जद में ले लिया है. दरअसल ये चिकनगुनिया वायरस है जिसकी वजह से चीन में हाहाकार मचा हुआ है. चीनी अधिकारियों ने इस बीमारी से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दीं हैं. अधिकारियों ने मच्छरदानी से लेकर कीटाणुनाशक बादलों सहित कई निवारक उपाय किए हैं. चीनी अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को भी इस बीमारी से बचाव अभियान में सहयोग की अपील की है और जो लोग इसमें सहयोग नहीं करते हुए नहीं पाए जाएंगे उन पर चीन सरकार जुर्माना भी लगाएगी. बीमारी से बचने के लिए अधिकारियों ने मच्छरों के प्रजनन की जगहों का पता लगाने के लिए जगह-जगह ड्रोन की तैनाती भी की है.
चीन के हांगकांग के पास एक मैन्युफैक्चरिंग सेंटर में एक मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि इस इलाके में अब चिकनगुनिया के रोग से पीड़ित लोगों की संख्या में कमी आ रही है. चिकनगुनिया नाम की बीमारी मच्छरों से फैलती है इस बीमारी से शरीर में तेज बुखार और जोड़ों में दर्द होता है. इसके लक्षण डेंगू बुखार से काफी मिलते हैं, जिसमें बच्चे, बुजुर्ग और पहले से कई रोगों से घिरे हुए लोगों पर सबसे ज्यादा खतरा रहता है. चीन के टीवी समाचारों में बताया गया कि कर्मचारी चिकनगुनिया से लोगों को बचाने के लिए शहर की सड़कों, आवासीय क्षेत्रों, निर्माण स्थलों और अन्य जगहों पर कीटाणुनाशक के धुएं छिड़क रहे हैं, जहां लोग उन मच्छरों के संपर्क में आ सकते हैं जो स्थिर पानी में जन्म लेते हैं और डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे खतरनाक वायरस फैलाते हैं.
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निर्देश नहीं मानने वालों पर चीनी सरकार लगाएगी जुर्माना
चिकनगुनिया के खिलाफ चीनी अधिकारियों के चलाए गए अभियान ने एक बार फिर से कोविड महामारी की याद दिला दी. चीनी अधिकारियों ने अपने घरों में गमले रखने वालों, खाली बोतलें रखने वालों को सख्त हिदायत देते हुए उन्हें हटाने के निर्देश जारी किए हैं. चीनी अधिकारियों ने कहा जो लोग अपने घरों में खाली बर्तनों को रखे हुए हैं और उसमें रुका हुआ पानी है तो उन लोगों पर 10,000 यूयान (लगभग 1400 डॉलर) का जुर्माना लगाए जाने का ऐलान किया है. इसके अलावा ऐसे लोगों के घरों की बिजली भी काटी जा सकती है. इस बीच अमेरिका ने चीन में यात्रा करने वालों के लिए एक गाइडलाइन जारी करते हुए कहा है कि वे चीन के गुआंगडोंग प्रांत जहां डोंगुआन और कई बिजनेस सेंटर हैं उसके साथ-साथ बोलीविया और हिन्द महासागर के द्वीपीय देशों की यात्रा से बचें.
मच्छरों के लार्वा खाने वाली मछलियों का उपयोग
ब्राजील उन अन्य देशों में शामिल है जो इस वायरस से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. भारी बारिश और हाई टेंप्रेचर के बीच चीन का संकट और गंभीर हो गया है. 2003 के घातक SARS प्रकोप के बाद से चीन ने उन जबरदस्त उपायों में महारथ हासिल कर ली है, जिन्हें कई देश अतिशयोक्तिपूर्ण मानते हैं. इस बार, फोशान में मरीजों को कम से कम एक सप्ताह के लिए अस्पताल में रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है और अधिकारियों ने संक्षेप में दो सप्ताह के घरेलू क्वारंटाइन को लागू किया था, जिसे बाद में हटा लिया गया क्योंकि यह बीमारी लोगों के बीच नहीं फैलती. ऐसी खबरें भी सामने आई हैं कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मच्छरों के लार्वा खाने वाली मछलियों और वायरस फैलाने वाले कीड़ों को खाने के लिए बड़े मच्छरों का उपयोग किया जा रहा है. राष्ट्रीय स्तर पर बैठकें आयोजित की गई हैं और प्रोटोकॉल अपनाए गए हैं, जो चीन के प्रकोप को खत्म करने और सार्वजनिक व अंतरराष्ट्रीय आलोचना से बचने के दृढ़ संकल्प का संकेत है.
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