Operation Sindoor: भारत के इन 4 लेयर एयर डिफेंस सिस्टम ने दिखाई 'Iron Dome' जैसी ताकत, हर मोर्चे पर पिटा पाकिस्तान
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Operation Sindoor: भारत के इन 4 लेयर एयर डिफेंस सिस्टम ने दिखाई 'Iron Dome' जैसी ताकत, हर मोर्चे पर पिटा पाकिस्तान

Indian defence system: पाकिस्तान की जवाबी मिसाइल और ड्रोन स्ट्राइक को भारत की चार लेयर वाली एयर डिफेंस प्रणाली ने पूरी तरह नाकाम कर दिया. इस ‘आयरन डोम’ जैसी प्रणाली में S-400, आकाश, बराक-8, QRSAM और VSHORAD जैसे सिस्टम शामिल थे.

Operation Sindoor: भारत के इन 4 लेयर एयर डिफेंस सिस्टम ने दिखाई 'Iron Dome' जैसी ताकत, हर मोर्चे पर पिटा पाकिस्तान

indian air defence system: अभी तक आपने इजरायल के सुरक्षा कवच के बारे में ही सुना होगा, लेकिन पिछले कुछ दिनों में भारत ने जो शौर्य दिखाया है. उसकी चर्चा दुनियाभर में है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने नापाक गुस्ताखी की. जिसके तहत भारत पर कई ड्रोन और मिसाइलें दागने का प्रयास किया. जिसे नेस्तनाबूद करने में सबसे बड़ी भूमिका भारत की एयर डिफेंस ने निभाई. हालात ये हुए कि एक वक्त देश के पश्चिमी हिस्से के आसामानी क्षेत्र में धमाकों की गूंज सुनाई दी. यह गूंज भारत की ताकतवर एयर डिफेंस सिस्टम की थी. पाकिस्तान की जवाबी मिसाइल और ड्रोन स्ट्राइक को भारत की चार लेयर वाली एयर डिफेंस प्रणाली ने पूरी तरह नाकाम कर दिया. इस ‘आयरन डोम’ जैसी प्रणाली में S-400, आकाश, बराक-8, QRSAM और VSHORAD जैसे सिस्टम शामिल थे. आइए आसान शब्दों में इस एयर डिफेंस लेयर के बारे में जानते हैं. जिसकी चर्चा दुनियाभर में आयरन डोम की तरह की जा रही है.

  1. भारत की चार-स्तरीय डिफेंस शील्ड ने सभी पाक हमले किए नाकाम
  2. S-400 से लेकर SAMAR तक, भारत की एयर डिफेंस बनी मिसाल

ऑपरेशन सिंदूर: सर्जिकल स्ट्राइक से भी आगे
भारत ने 2016 की उरी और 2019 की बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक्स के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर के जरिए एक और बड़ा सैन्य कदम उठाया है. यह हमला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद किया गया, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के बाद कहा था कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

इसके बाद,6-7 मई की दरम्यानी रात ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया. जिसके तहत पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया. यह आजाद भारत की सबसे बड़ी स्ट्राइक मानी गई. जिसमें करीब एक साथ 70 से अधिक आतंकी मारे गए. भारत की ये स्ट्राइक पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई थी.

पाकिस्तान ने की नापाक हमले की कोशिश
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, पाकिस्तान तिलमिला उठा. उसने करीब 15 मिसाइल, सैकड़ों ड्रोन और अन्य हवाई हथियारों से भारत के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों पर जवाबी हमला किया. इन हमलों का उद्देश्य भारत के बड़े शहरों को निशाना बनाना था. टारगेट पर रिहायशी इलाके भी थे.

भारत ने तुरंत अपने एयर डिफेंस नेटवर्क को सक्रिय किया और सभी आने वाले खतरों को सफलतापूर्वक रोक दिया. पाकिस्तानी सीमा से सैकड़ों किलोमीटर दूर, हरियाणा के सिरसा में भी एक मिसाइल को इंटरसेप्ट किया गया था. बता दें, पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए अधिकतर हथियारों में तुर्की और चीन की टेक्नोलॉजी शामिल थी.

भारत का एयर डिफेंस ‘Iron Dome’ जैसी ताकत
ऐसे में सभी हवाई खतरों को आसमान में ही रोक दिया गया. इसमें भारत की चार लेयर वाली एयर डिफेंस सिस्टम ने अहम भूमिका निभाई. जिसे ‘आयरन डोम’ जैसा ही माना जा रहा है. ये सिस्टम अलग-अलग तकनीकों को जोड़कर बनाया गया है, जिसे ‘आकाशतीर’ कमांड नेटवर्क संचालित करता है.

आकाशतीर सिस्टम ने थलसेना और वायुसेना के सभी रडार और सैटेलाइट डेटा को एक नेटवर्क में जोड़ा. इस एकीकृत तस्वीर से यह तय हुआ कि कौन-सा सिस्टम किस खतरे को नष्ट करेगा. नतीजा सैकड़ों हवाई हमले को ध्वस्त कर दिया गया.

एयर डिफेंस की थी ये चार लेयर
1. बाहरी लेयर: S-400 ‘सुदर्शन चक्र’
S-400 सिस्टम रूस से आया है और यह 400 किमी तक की दूरी से आने वाले हवाई खतरों को नष्ट कर सकता है. इसमें एक साथ 36 टारगेट को एंगेज करने की क्षमता है. भारत के पास तीन स्क्वाड्रन (यूनिट) ऑपरेशनल हैं और दो और आने वाले हैं. यह सिस्टम हाइपरसोनिक मिसाइलों तक को इंटरसेप्ट करने में सक्षम है.

2. मीडियम लेयर: बराक-8 और आकाश
बराक-8 सिस्टम भारत और इजरायल ने मिलकर विकसित किया है, जो 100-150 किमी तक प्रभावी है. इसकी मॉड्यूलर बनावट इसे लैंड और नेवल दोनों रूपों में इस्तेमाल के लायक बनाती है. वहीं, आकाश सिस्टम पूरी तरह स्वदेशी है और इसकी 25 किमी रेंज इसे शॉर्ट-टू-मीडियम रेंज में एक मजबूत विकल्प बनाती है. यह सिस्टम आर्मेनिया को भी एक्सपोर्ट किया गया है.

3. भीतरी लेयर: SPYDER, QRSAM, लिगेसी सिस्टम
SPYDER सिस्टम इजरायल का है, जो Python-5 और Derby मिसाइल फायर करता है. यह सिस्टम लो-एल्टीट्यूड थ्रेट्स से निपटने में काफी तेज मानी जाती है. वहीं, QRSAM सिस्टम भारत में विकसित हुआ है और इसकी मिसाइलें 30 किमी तक मार कर सकती हैं. इसके साथ पुराने सोवियत सिस्टम जैसे Pechora और OSA भी अपग्रेडेड रूप में इस्तेमाल हो रहे हैं.

4. बहुत ही नजदीकी लेयर: VSHORAD, SAMAR
VSHORAD (Very Short Range Air Defence) सिस्टम में कंधे पर रखकर चलने वाली मिसाइलें होती हैं जो ड्रोन जैसे छोटे टारगेट्स को खत्म करती हैं. SAMAR सिस्टम में रूस की पुरानी वायंपेल मिसाइलों को फिर से काम में लाकर ड्रोन स्वार्म से लड़ने की तैयारी की गई है.

दुनिया ने देखी भारत की डिफेंस ताकत
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का एयर डिफेंस मॉडल अब वैश्विक स्तर पर चर्चा में है. यह मॉडल दिखाता है कि सुरक्षा सिर्फ नई टेक्नोलॉजी खरीदने से नहीं आती, बल्कि उनके एकीकरण से मिलती है. विशेषज्ञ अब भारत की इस लेयर्ड डिफेंस को दुनिया के लिए नया स्टैंडर्ड मान रहे हैं.

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