IAF Focusing on indigenous fighter jet: भारत अपनी रक्षा क्षमता बढ़ाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है. भारत स्वदेशी फाइटर जेट कार्यक्रमों जैसे- एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) और तेजस पर ध्यान दे रहा है. ताइवानी रक्षा विशेषज्ञ मुमिन चेन के अनुसार, भारत 'मेक इन इंडिया' पहल को प्राथमिकता दे रहा है. अब अमेरिका के F-35 और रूस के Su-57E जैसे विदेशी स्टील्थ जेट्स की खरीद संभावना कम है.
Trending Photos
IAF Focusing on indigenous fighter jet: भारत अपनी रक्षा क्षमता में इजाफा करने के लिए ना सिर्फ बाहर से हथियार और जेट्स खरीद रहा है, बल्कि स्वदेशी फाइटर कार्यक्रमों पर भी फोकस कर रहा है. हाल में ये चर्चा जोरों पर थी कि भारत अमेरिका के F-35 लाइटनिंग II और रूस के Su-57E जैसे पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट्स खरीद सकता है. लेकिन ताइवान के एक डिफेंस एक्सपर्ट ने इन अटकलों पर ये कहते हुए विराम लगा दिया कि भारत स्वदेशी फाइटर जेट पर ही ध्यान देगा, रूस-अमेरिका पर से निर्भरता कम करेगा.
ताइवान के एक्सपर्ट ने क्या कहा है?
नेशनल चुंग हसिंग यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल पॉलिटिक्स के प्रोफेसर मुमिन चेन ने भारत की रक्षा रणनीति पर टिप्पणी की. उनका कहना है कि भारत का ध्यान अपने एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) और तेजस फाइटर जेट से जुड़े कार्यक्रमों पर है. ताइवान के एक्सपर्ट के बयान से स्पष्ट है कि भारत आत्मनिर्भरता को बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है. रूस-अमेरिका से भले भारत के रक्षा संबंध अच्छे हैं, लेकिन वह खुद के निर्माण को प्राथमिकता देगा.
AMCA कार्यक्रम क्या है?
AMCA भारत का पहला स्वदेशी पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट है. इसे एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) और डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन-DRDO बना रहा है. AMCA एक 27 टन वजन का मल्टी-रोल स्टील्थ फाइटर हो सकता है. कुछ रिपोर्ट्स में ऐसा दावा है कि AMCA के प्रोटोटाइप 2026-27 तक तैयार हो सकता है. पहली उड़ान 2028 में होगी और 2035 तक इसे IAF में शामिल किया जा सकता है.
तेजस कार्यक्रम क्या है?
तेजस Mk1A और तेजस Mk2 भारत के स्वदेशी 4.5-पीढ़ी के फाइटर जेट हैं. इन्हें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड बना रहा है. तेजस Mk1A के 73 विमानों की पहली खेप और तेजस Mk2 के 108 विमानों की डिलीवरी 2040 तक हो सकती है. इसके बाद आगे के ऑर्डर दिए जा सकते हैं. ये विमान IAF के पुराने जगुआर, मिराज 2000 और मिग-29 विमानों को रिप्लेस करेंगे.