अपनी जमीन में शिवलिंग देख मुस्लिम परिवार ने दिखाया दिल; मंदिर निर्माण को दे दी जमीन
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अपनी जमीन में शिवलिंग देख मुस्लिम परिवार ने दिखाया दिल; मंदिर निर्माण को दे दी जमीन

Shivling on UP Muslim Family Land: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में एक मुस्लिम परिवार ने अपनी जमीन का हिस्सा मंदिर निर्माण के लिए दान कर दिया, जहां खुदाई के दौरान शिवलिंग मिला था. इस कदम ने धार्मिक सौहार्द और भाईचारे की अनोखी मिसाल पेश की है. जिसकी हर जमकर तारीफ हो रही है.

शिवलिंग की पूजा करते ग्रामीण (फोटो क्रेडिट- लल्लन टॉप)
शिवलिंग की पूजा करते ग्रामीण (फोटो क्रेडिट- लल्लन टॉप)

Shivling Found in Chandauli: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने धार्मिक सौहार्द, आपसी भाईचारा और गंगा जमुनी तहजीब की एक नई मिसाल कायम कर दी है. वह भी ऐसे समय में जब उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और असम समेत कई राज्यों में मुसलमानों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया जा रहा है. 

चंदौली में एक मुस्लिम परिवार ने अपनी जमीन का हिस्सा एक मंदिर बनाने के लिए दान में दे दिया, क्योंकि उसी जमीन में खुदाई के दौरान शिवलिंग मिला था. यह खबर इलाके में जंगल के आग की तरह फैल गई और लोग मुस्लिम परिवार के इस काम की जमकर तारीफ कर रहे हैं.

यह मामला चंदौली जिले के धपरी गांव का है, यहां रहने वाले मुस्लिम नौजवान सकलैन हैदर की जमीन में निर्माण कार्य चल रहा था. यह जमीन उन्होंने अपने रिश्तेदार अख्तर अली को देने का फैसला किया था. अख्तर जब इस जमीन पर बाउंड्री वॉल बनवा रहे थे, तभी खुदाई के दौरान वहां से एक शिवलिंग निकल आया. जैसे ही गांव में यह बात फैली, लोग बड़ी संख्या में मौके पर इकट्ठा हो गए. 

हिंदू समुदाय के लोगों ने शिवलिंग की पूजा शुरू कर दी और प्रशासन को भी इसकी जानकारी दी गई. इस दौरान कुछ हिंदूवादी संगठनों ने कथित तौर पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन मुस्लिम परिवार ने उनकी एक नहीं चलने दी और उससे पहले ही जमीन मंदिर बनाने के लिए दान कर दी.

प्रशासन ने स्थिति को संभालते हुए शिवलिंग को पास के एक मंदिर में अस्थाई रूप से रखवा दिया, लेकिन गांव वालों की यह मांग थी कि जिस जगह से शिवलिंग मिला है, वहीं स्थायी रूप से मंदिर का निर्माण होना चाहिए. इस भावना को समझते हुए सकलैन हैदर और उनके परिवार ने एक बड़ा फैसला लिया. उन्होंने आपसी सहमति से अपनी जमीन का एक बिस्वा हिस्सा मंदिर निर्माण के लिए दान कर दिया. 

सकलैन हैदर ने कहा, "मेरे पूर्वज भी इसी गांव में रहे हैं, हम सभी त्योहार मिलकर मनाते हैं. यह आस्था का विषय है, इसलिए हमने प्रशासन की मौजूदगी में यह फैसला लिया है." गांव के लोगों ने मुस्लिम परिवार के इस फैसले का खुले दिल से स्वागत किया. सावन के सोमवार को गांव की महिलाओं ने शिवलिंग को फिर से उसी स्थान पर स्थापित कर दिया, जहां वह खुदाई के दौरान मिला था. 

लल्लन टॉप में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, शिवलिंग स्थापना के बाद से ही लगातार यहां भजन-कीर्तन, पूजा-अर्चना और जलाभिषेक का सिलसिला जारी है. आसपास के गांवों से भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. सावधानी के मद्देनजर प्रशासन ने मौके पर पुलिस बल तैनात किया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके. अधिकारियों की निगरानी में पूरी व्यवस्था शांतिपूर्वक चल रही है.

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