IUML MP on Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा चल रही है. आज IUML की ओर से सांसद ईटी मोहम्मद बशीर आज (29 जुलाई) सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर अपना पक्ष रखेंगे. सदन में बोलने से पहले उन्होंने मीडिया के सामने बयान देते हुए सरकार पर कई गंभीर इल्जाम लगा दिए हैं. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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IUML MP on Operation: ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में आज दूसरे दिन भी चर्चा चल रही है. इस चर्चा की शुरुआत 28 जुलाई को हुई. सदन में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के तरफ से IUML सांसद ईटी मोहम्मद बशीर आज अपनी बात रखेंगे. उन्होंने सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलने से पहले मीडिया से बात की है. इस दौरान भी उन्होंने सरकार से कई सवाल किए हैं. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत की विदेश नीति और कई देशों के साथ राजनयिक संबंध पहले के मुकाबले कमजोर हो रहे हैं.
IUML के सांसद ईटी मोहम्मद बशीर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के वक्त से चली आ रही अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति भाजपा सरकार के कार्यकाल में बाधित और कमज़ोर हो गई है. उन्होंने बताया कि विभिन्न देशों के साथ भारत की कूटनीति और सौहार्द के संदर्भ में बहुत अच्छा संबंध रहा है. यह परंपरा पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के समय से शुरू हुई थी.
विपक्ष ने की थी विशेष सत्र बुलाने की मांग
ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में गुजिश्ता रोज़ संसद में विपक्ष के संबोधन के बारे में बोलते हुए सांसद मोहम्मद बशीर ने कहा कि विपक्ष ने सभी मुद्दों को उठाया और सरकार से पहलगाम में सुरक्षा चूक के बारे में सवाल पूछे. बशीर ने कहा, "यह एक बहुत ही प्रभावी और गरमागरम चर्चा थी. विपक्ष ने पहले एक विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध किया था, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे आयोजित नहीं किया.
ऑपरेशन सिंदूर पर विपक्ष ने सरकार से पूछे तीखे सवाल
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार ने विशेष सत्र का आयोजन नहीं किया. लेकिन, इस चर्चा के दौरान, विपक्ष सभी मुद्दों को उजागर करने में सफल रहा और सुरक्षा खामियों के बारे में सरकार से सवाल पूछे गए.
सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलंगे IUML के सांसद मोहम्मद बशीर
उन्होंने बताया कि वह आज, आईयूएमएल पार्टी की ओर से सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलेंगे. उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि वह एसआईआर का भी विरोध कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने अभी तक यह नहीं बताया है कि वे इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति देंगे या नहीं.