मालदीव के दौरे पर PM मोदी;छोटे से इस मुस्लिम देश की ये 5 बातें आपको कर देंगी हैरान!
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मालदीव के दौरे पर PM मोदी;छोटे से इस मुस्लिम देश की ये 5 बातें आपको कर देंगी हैरान!

Maldives: मालदीव का नाम आपने एकभी न कभी जरूर सुना होगा और इस नाम के साथ वहां की सुंदरता की खूब तारीफ भी सुनी होगी. आज इस खबर में हम मुस्लिम मुल्क मालदीव के बारे आपको अनसुनी जानकारियां बताएंगे. फिलहाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस देश के दौरे पर हैं.  

 

मालदीव के दौरे पर PM मोदी;छोटे से इस मुस्लिम देश की ये 5 बातें आपको कर देंगी हैरान!

Maldives: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुस्लिम मुल्क मालदीव के दो दिवसीय दौरे पर हैं. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के निमंत्रण पर PM मोदी दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर मालदीव की राजधानी माले पहुंचे है. मालदीव एक मुस्लिम देश होने के साथ-साथ प्राकृतिक तौर पर खूबसूरत देश भी है. इसीलिए बॉलीवुड से लेकर दिग्गज़ व्यापारी और फेमस लोग मालदीव में छुट्टियाँ मनाने जाते हैं. मालदीव की अर्थव्यवस्था का लगभग 25 प्रतिशत हिस्सा पर्यटन पर निर्भर है. आईए इस खबर में मुस्लिम मुल्क मालदीव के बारे में जानते हैं. 

मालदीव का भूगोल
मालदीव एक मुस्लिम देश है. यह दक्षिण एशिया में स्थित एक द्वीपीय राष्ट्र है, जो हिन्द महासागर में फैला हुआ है. मालदीव भारत के केरल राज्य के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है और लगभग 1,200 छोटे-छोटे द्वीपों से मिलकर बना है. मालदीव की औसत ऊंचाई समुद्र तल से महज़ 1.5 मीटर है, जिससे यह दुनिया का सबसे निचला देश हो जाता है. 

सिर्फ मुसलमानों को मिलती है नागरिकता
मालदीव की कुल जनसंख्या लगभग 5.2 लाख है. मालदीव का राष्ट्रीय धर्म इस्लाम है, और यह एक इस्लामी गणराज्य है. यानी यहां की सरकार जनता के जरिए चुनी जाती है. सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि मालदीव में सिर्फ मुसलमान को ही नागरिकता मिल सकती है. इस  बात का जिक्र मालदीव के संविधान में है. मालदीव में 'धिवेही' भाषा बोली जाती है. इस भाषा की खासियत है कि यह संस्कृत और सिंहली से मिलती-जुलती है.

आर्थिक स्थिति और व्यापार
मालदीव के चारों तरफ से समुद्र से घिरे होने के बावजूद यहां विकास तेजी से हो रही है. मालदीव के लिए समुद्र एक वरदान की तरह काम कर रहा है. पर्यटकों के लिए यही समुद्र और उसकी साफ पानी आकर्षण की वजह है. मालदीव की 25 परसेंट अर्थव्यवस्था समुद्र आधारित पर्यटन पर निर्भर है. हर साल 6.2 अरब डॉलर की कमाई समुद्र पर्यटन से होती है. मालदीव में साफ-सुथरे समुद्र, सफेद रेत वाले तट, स्कूबा डाइविंग और लक्ज़री रिसॉर्ट्स की वजहों से यह दुनिया के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल है. इसके अलावा मछली पकड़ना और ट्यूना मछली का निर्यात भी एक बड़ा व्यापारिक स्रोत है.

भारत और  मालदीव का संबंध
भारत और मालदीव के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक संबंध हैं. भारत ने कई बार मालदीव को आर्थिक और आपदा राहत सहायता दी है. दोनों देशों के बीच रक्षा, शिक्षा, व्यापार और पर्यटन में सहयोग जारी है. भारत 'नेबरहुड फर्स्ट' नीति के तहत मालदीव को प्राथमिकता देता है. हालांकि मोहम्मद मोइज्जू ने अपने कार्यकाल के शुरूआत में ही भारत के साथ संबंधों को बिगाड़ने वाले फैसले किए थे. फिलहाल भारत और मालदीव के बीच रिश्ते सामान्य हो गए हैं. भारत के लोग मालदीव में स्वास्थ्य, शिक्षा, इंजीनियरिंग, और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में काम करते हैं. कई भारतीय छोटे होटल, दुकानें, रेस्टोरेंट और अन्य सेवाएँ चलाते हैं.

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