Operation sindoor: ऑपरेशन सिंदूर पर आज दूसरे दिन (29 जुलाई) भी चर्चा जारी है. इस चर्चा के दौरान जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के सांसद ने सरकार पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने पहगाम हमले के बाद कश्मीरी नौजवानों की गिरफ्तारी, देश के कई राज्यों में कश्मीरी युवाओं के साथ मारपीट समेत कई मुद्दों पर सरकार से सवाल पुछे हैं. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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MP Aga Syed Ruhollah Mehdi: ऑपरेशन सिंदूर पर 28 जुलाई से संसद में चर्चा हो रही है. विपक्ष के नेता सरकार को पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और विदेश नीति के मुद्दे पर घेर रहे हैं. इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से सांसद आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी ने पहगाम हमले के बाद देश भर में कश्मीरी युवाओं के साथ मारपीट का मुद्दा उठाया है. इसके साथ ही उन्होंने संसद को बताया कि पहलगाम हमले के बाद लगभग 2 हजार कश्मीरी युवाओं को सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार कर लिया है.
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के नेता और सांसद रूहुल्लाह मेहदी ने लोकसभा के अंदर ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान सरकार पर सवालों की बौछार कर दिया. उन्होंने दावा किया कि पहगाम में आतंकी हमला होने के बाद पाकिस्तान से पहले कश्मीरियों के खिलाफ जंग छेड़ दी गई. उन्होंने कहा, कानून को साइड में रखकर 2 हजार से ज्यादा कश्मीरी नौजवानों को प्रशासन ने उठा (गिरफ्तार) लिया. उन्होंने सरकार से सवाल पूछा कि यह कार्रवाई किस कानून के तहत की गई है?
पहगाम हमले के बाद देश के कई राज्यों में कश्मीरी युवा पर हमले की घटना को सांसद रूहुल्लाह मेहदी ने सदन में रखा. उन्होंने बताया कि पहगाम हमले के बाद देश के कई राज्यों में कश्मीरियों के खिलाफ 11 से ज्यादा हमले हुए हैं. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में 3 हमले, उत्तराखंड में 3, पंजाब में, दिल्ली और हिमांचल प्रदेश में ऐसी घटनाए हुई हैं. इन हमलों में 100 से ज्यादा कश्मीरी स्टूडेंट्स, व्यापारियों के साथ मारपीट की गई, राज्यों से भगाया गया और स्टूडेंट्स को उनके हॉस्टल से भगाया गया.
उन्होंने पूरे सदन को कटघरे में खड़ा करते हुए सवाल किया कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान किसी ने भी कश्मीरी युवाओं के साथ हुए हिंसा का जिक्र क्यों नहीं किया. उन्होंने बताया कि पहलगाम हमले के बाद कश्मीर में लगभग 13 घरों को सुरक्षा इंतेजामिया ने बम लगाकर उड़ा दिया. उन्होंने दावा किया कि वे घर बेकसूर लोगों के थे, सिर्फ शक के बुनियाद पर उनके घरों को विस्फोट कर उड़ा दिए गएं.