इस्लाम में क्यों है पुरुषों के खतना कराने का चलन; क्या इसका है कोई वैज्ञानिक कारण?
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इस्लाम में क्यों है पुरुषों के खतना कराने का चलन; क्या इसका है कोई वैज्ञानिक कारण?

Khatna in Islam: इस्लाम में एक सुन्नत परंपरा है, जिसे हज़रत इब्राहीम (अलैहिस्सलाम) के बाद से किया जाता है, और जिसे स्वच्छता व स्वास्थ्य के लिहाज़ से फायदेमंद माना गया है. इस प्रक्रिया में लिंग की फोरस्किन हटाई जाती है.

इस्लाम में क्यों है पुरुषों के खतना कराने का चलन; क्या इसका है कोई वैज्ञानिक कारण?

Khatna in Islam: ख़तना (Circumcision) के बारे में अकसर मुसलमान तो जानते हैं, लेकिन इसके बारे में गैर मुसलमानों को कम ही पता है. इसे इस्लामिक और साइंटिफिक तौर पर सही माना गया है. इस्लाम धर्म में खतना कराना फर्ज नहीं है, ये सिर्फ सुन्नत है. यानी ये एक धार्मिक काम्पल्सन नहीं है. इसे धार्मिक से ज्यादा स्वास्थ्यजनित कारणों से बेहतर माना और बताया गया है. हालांकि, ज़्यादातर मुसलमान खतना को एक अनिवार्य धार्मिक संस्कार के तौर पर देखते हैं. 

क्या होती है खतना?

पुरुषों में लिंग के आगे के हिस्से में एक खाल होती है और इस खाल के काटने के प्रोसेस को खतना कहते हैं. इस प्रोसेस से लिंग की लंबाई पर कोई असर नहीं पड़ता है. मुसलमान ही नहीं ईसाई और यहूदी भी खतना कराते हैं, और इस धर्म का एक अहम हिस्सा मानते हैं. इस्लाम धर्म में यह परंपरा बेहद अहम मानी जाती है. 

क्यों कराते हैं मुसलमान खतना?

खतना का इतिहास कुरान नाज़िल होने से पहले का है.  मुसलमान इसे हज़रत इब्राहीम (अलैहि सलाम) की सुन्नत मानते हैं, जिन्होंने अल्लाह के आदेश से खुद का खतना किया था. खतने का रिवाज इब्राहिम अलैहिसलाम के वक्त से चला और मोहम्मद (स.अ) ने इसे लोगों को अपनाने के लिए कहा. यह परंपरा यहूदी मज़हब में भी है.  हदीस सहीह बुख़ारी व मुस्लिम में आता है कि पांच बातें साफ-सफाई से जुड़ी हैं: खतना, बाल साफ़ करना, बगलों के बाल हटाना, नाखून काटना, और मूंछें छोटा करना."

क्या है खतना करने के फायदे?

इस्लाम में सफाई और पाकीज़गी को आधे ईमान के बराबर बताया गया है. खतना इस मकसद को पूरा करने में एक अहम भूमिका निभाता है. क्योंकि खतना के बाद लिंग के ऊपरी हिस्से की सफाई असान हो जाती है, जो स्किन रहने पर काफी मुश्किल होती है. इसके साथ ही फोरस्किन में गंदगी, बैक्टीरिया और पेशाब के कतरे फंस जाते हैं, जिसकी वजह से इन्फेक्शन का खतरा रहता है. इसके अलावा खतना पुरुषों को साफ-सफाई बनाए रखने में मदद करता है, खासकर जब वे ग़ुस्ल (स्नान) जैसी धार्मिक क्रियाएं करते हैं.

क्या कहती है आज की मेडिकल साइंट

आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने भी खतना के कई फायदे बताए गए हैं. इससे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) के चांस काफी कम हो जाते हैं. रिसर्च में देखा गया है कि जिन पुरुषों का खतना हुआ होता है, उनमें बचपन में UTI की संभावना 10 गुना तक कम होती है.

लिंग कैंसर का जोखिम कम करता है

खतना पुरुषों में पेनाइल कैंसर की संभावना को कम करता है, और उनकी पत्नियों में सर्वाइकल कैंसर की संभावना भी घटाता है.

फिमोसिस और पैराफिमोसिस से बचाव

ये दोनों कंडीशन फोरस्किन की दिक्कतों से जुड़ी हैं, जिससे पेशाब और यौन क्रियाओं में तकलीफ़ होती है. खतना इस जोखिम को पूरी तरह से खत्म कर देता है.

किस उम्र में किया जाता है खतना?

ज्यादातर मुस्लिम देशों में बच्चे के जन्म के कुछ हफ्तों बाद ही खतना करा दिया जाता है. हालांकि, इसके लिए कोई उम्र तय नहीं की गई है.

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