108 साल पहले 20 छात्रों के साथ शुरू हुआ था ये Engineering College, अब तीन हजार से अधिक स्टूडेंट्स करते हैं पढ़ाई
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108 साल पहले 20 छात्रों के साथ शुरू हुआ था ये Engineering College, अब तीन हजार से अधिक स्टूडेंट्स करते हैं पढ़ाई

Karnataka First Engineering College: इस खबर में पढ़ें 108 साल पुराने कर्नाटक राज्य की पहले  इंजीनियरिंग कॉलेज की कहानी, जो सिर्फ 20 छात्रों के साथ शुरू हुई थी.   

108 साल पहले 20 छात्रों के साथ शुरू हुआ था ये Engineering College, अब तीन हजार से अधिक स्टूडेंट्स करते हैं पढ़ाई

First Engineering College of Karnataka: आज हम आपको बताने जा रहे हैं कर्नाटक के पहले इंजीनियरिंग कॉलेज के बारे में. ये कॉलेज अब छह इंजीनियरिंग कोर्स की पढ़ाई कराता है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, कंप्यूटर विज्ञान, इंफॉर्मेशन साइंस और सिविल इंजीनियरिंग शामिल है. 

1917 में हुई थी स्थापना
कर्नाटक के जिस कॉलेज की हम बात कर रहे वो है  यूनिवर्सिटी विश्वेश्वरैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (The University Visvesvaraya College of Engineering). ये कर्नाटक का पहला इंजीनियरिंग कॉलेज है. इसे भारत रत्न सर एम.विश्वेश्वरैया (Sir M Visvesvaraya) ने 1917 में स्थापित किया था. 

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देश का पांचवां इंजीनियरिंग कॉलेज
वर्तमान में ये कॉलेज बैंगलोर विश्वविद्यालय (Bangalore University) से संबद्ध है. जानकारी के अनुसार, पहले यूनिवर्सिटी विश्वेश्वरैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग को कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग कहा जाता था. ये देश का पांचवां इंजीनियरिंग कॉलेज है. इस कॉलेज की शुरुआत सिर्फ 20 छात्रों के साथ हुई थी, वो भी सिर्फ दो कोर्स सिविल और मैकेनिकल ब्रांच में.

कैसे मिलता है एडमिशन?
वहीं, वर्तमान की बात करें तो इस कॉलेज में अब 3,300 से ज्यादा छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. कॉलेज में अब दो से 6 इंजीनियरिंग कोर्स चलाए जाते हैं.  यूनिवर्सिटी विश्वेश्वरैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को  कर्नाटक सरकार द्वारा आयोजित कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (Common Entrance Test) या एप्टीट्यूड टेस्ट पास करना होगा और कांउसलिंग प्रक्रिया में शामिल होना होगा. 

पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में कैसे मिलता है एडमिशन?
वहीं, पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशम लेने के लिए स्टूडेंट्स को गेट (GATE) या फिर स्नातकोत्तर सीईटी (Postgraduate CET) परीक्षा पास करनी होगी. इसके साथ ही बैंगलोर विश्वविद्यालय या यूवीसीई द्वारा आयोजित परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने वाले रिसर्च में शामिल होने के लिए एलिजिबल होंगे. 

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मुस्कान चौरसिया

ज़ी न्यूज में एजुकेशन डेस्क का हिस्सा हैं. देशभर से जुड़ी शैक्षणिक नीतियों, परीक्षाओं, एडमिशन, करियर गाइडेंस और छात्रों से संबंधित खबरें लिखती हैं. जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन और पोस...और पढ़ें

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