Gupt Movie: 1997 में एक जबरदस्त सस्पेंस-थ्रिलर फिल्म आई थी, जिसमें 3 मर्डर हो जाते हैं, लेकिन किसी को पता नहीं होता वो किसने किए हैं. आखिर में जो ट्विस्ट आता हो, वो हर किसी को हिलकर रख देता है. ये फिल्म हर किसी को पसंद आई थी, लेकिन इसको देखने के बाद अमिताभ बच्चन ने डायरेक्टर की क्लास लगा दी थी.
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Gupt Movie Kajol Killer Role: 1997 में आई राजीव राय की थ्रिलर फिल्म ‘गुप्त’ ने लोगों को जितना हैरान किया था. उतना ही इसको पसंद भी किया गया था. फिल्म में 3 खून होते हैं और आखिर में पता चलता है कि खूनी कोई और नहीं काजोल हैं. ये ट्विस्ट हिंदी सिनेमा के लिए काफी नया था, क्योंकि उस समय किसी एक्ट्रेस को विलेन के तौर देखा नहीं गया था. हालांकि, सभी को फिल्म का ये ट्विस्ट काफी पसंद आया था.
लेकिन सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को ये ट्विस्ट कुछ खास पसंद नहीं आया था. हाल ही में फिल्म के डायरेक्टर राजीव राय ने रवि बुलेई यूट्यूब चैनल के साथ बातचीत में बताया कि चेन्नई में फिल्म की ट्रायल स्क्रीनिंग के बाद अमिताभ बच्चन ने उन्हें फोन किया. बच्चन साहब ने कहा, 'राजीव, तुमने काजोल को कातिल बनाया है, क्या तुम इसमें यकीन रखते हो? तुम इतने भरोसे से कैसे कह सकते हो कि यह काम करेगा?'.
अमिताभ बच्चन ने लगाई थी डायरेक्टर को डांट
राजीव ने बताया कि उन्हें बच्चन साहब से डांट भी पड़ी, क्योंकि वो सीनियर हैं और सवाल उठाना उनका हक है. हालांकि, अमिताभ बच्चन ने सवाल उठाए, लेकिन राजीव राय भी अपने फैसले पर अडिग रहे. उन्होंने कहा, 'सर, मेरे पास आपके सवालों का जवाब नहीं है, लेकिन अभी बुधवार है, शुक्रवार को फिल्म रिलीज हो रही है, आपको खुद ही जवाब मिल जाएगा' और ठीक वैसा ही हुआ, फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल किया और लोगों को ट्विस्ट को खूब पसंद आया.
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काजोल को मिला था खास सम्मान
फिल्म ‘गुप्त’ की सक्सेस के बाद काजोल को उनकी एक्टिंग के लिए काफी सराहा गया. उन्हें फिल्मफेयर का ‘बेस्ट विलेन’ अवॉर्ड मिला और वो ये अवॉर्ड जीतने वाली पहली एक्ट्रेस बनीं. इस फिल्म ने न केवल काजोल की एक्टिंग को नई ऊंचाई दी बल्कि राजीव राय के डायरेक्शन को भी जबरदस्त तारीफें दिलाईं. इस तरह का एक्सपेरिमेंट उस दौर में बहुत कम देखने को मिलता था. बता दें, राजीव राय ने बताया कि उनका अमिताभ बच्चन से पुराना रिश्ता रहता है.
बच्चन साहब ने क्यों ठुकराई फिल्म
उन्होंने ‘त्रिशूल’ और ‘काला पत्थर’ जैसी फिल्मों में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया था, जिनमें बच्चन साहब लीड रोल में थे. 1992 से 1994 के बीच जब बच्चन साहब का करियर थोड़ा कठिन दौर से गुजर रहा था, तब राजीव ने उनके लिए खासतौर पर एक स्क्रिप्ट भी तैयार की थी. राजीव ने खुलासा किया कि उस वक्त बच्चन साहब मेंटली थोड़े उलझन में थे और उन्होंने नई फिल्म करने से मना कर दिया. राजीव ने ‘मोहरा’ बनाई, जिसमें सुनील शेट्टी को कास्ट किया. ये फिल्म भी सुपरहिट हुई.