अमिताभ बच्चन ने गुजराती फिल्म 'फक्त महिलाओ माटे'से गुजराती इंडस्ट्री में अपना डेब्यू किया था. ये अब हिंदी में रिलीज हो गई है.
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Amitabh Bachchan Gujarati Film: अमिताभ बच्चन ने गुजराती फिल्म 'फक्त महिलाओ माटे'से गुजराती इंडस्ट्री में अपना डेब्यू किया था. जिसका मतलब होता है सिर्फ महिलाओं के लिए. अब यह फिल्म हिंदी भाषी दर्शकों के लिए 'अनफिल्टर्ड नारी'शीर्षक के साथ रिलीज हो चुकी है.जय बोडास के निर्देशन में बनी यह फिल्म चिंतन पारिख नाम के एक युवक के अनोखे सफर पर आधारित है.
निभाया चिंतन का रोल
इस फिल्म में दिखाया गया है कि चिंतन अपने जीवन में सभी महिलाओं से अभिभूत रहता है, लेकिन एक दिन उसे महिलाओं को समझने की एक अद्भुत और अनूठी शक्ति मिल जाती है. जो किसी और के पास नहीं है. यह फिल्म चिंतन के इस खास सफर और इस शक्ति के उसके जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को दिखाती है.
'अनफिल्टर्ड नारी' फिल्म
'बिग बी'ने इस फिल्म में मुख्य किरदार चिंतन के पिता का रोल निभाया है.न'अनफिल्टर्ड नारी' में मुख्य किरदार चिंतन की भूमिका निभा रहे यश सोनी ने बताया,'गुजराती सिनेमा इस समय एक बेहद रोमांचक दौर से गुजर रहा है. हम नई कहानियों की एक लहर देख रहे है. यश सोनी ने बताया- 'हम नई कहानियों की एक लहर देख रहे हैं, जो हमारी संस्कृति में निहित है. ये कहानियां गुजरात की जड़ों से जुड़ी हैं, लेकिन उनकी बातें पूरी दुनिया के लोगों से जुड़ सकती हैं.
बेहतरीन कहानी
'फक्त महिलाओ माटे'ऐसी ही एक फिल्म है, जिसने न सिर्फ लोगों का मनोरंजन किया, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी में महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं पर फोकस किया. फिल्म में कॉमेडी, भावनाएं और गहरी समझ का बेहतरीन मेल था, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया. अनफिल्टर्ड नारी' के साथ, मुझे सच में विश्वास है कि हम इस कहानी को एक एक बड़ा मंच दे रहे हैं. यह एक ऐसी क्षेत्रीय फिल्म है जो भाषाई बाधाओं से परे पहुंचने की हकदार हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हिंदी भाषी दर्शक भी इस फिल्म से गहराई से जुड़ेंगे. अभिनेता ने इस बात पर भी जोर दिया कि यह फिल्म पूरी ईमानदारी और एक खास उद्देश्य के साथ बनाई गई है.'
इनपुट- एजेंसी