समंदर में भारत का शहंशाह... कराची पोर्ट से लेकर पूरे पाकिस्तान तक रेंज! आसिम मुनीर को सांप सूंघ गया होगा!
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समंदर में भारत का शहंशाह... कराची पोर्ट से लेकर पूरे पाकिस्तान तक रेंज! आसिम मुनीर को सांप सूंघ गया होगा!

Indian Navy INS Himgiri: पहले से मजबूत भारतीय नौसेना की ताकत में भारी इजाफा हो गया है. नेवी को एक मल्टीरोल स्टील्थ फ्रिगेट वारशिप की सौगात मिली है. इस खबर से पाकिस्तान को सांप सूंघ गया है.

समंदर में भारत का शहंशाह... कराची पोर्ट से लेकर पूरे पाकिस्तान तक रेंज! आसिम मुनीर को सांप सूंघ गया होगा!

Multi-role stealth frigate Warship Himgiri: नौसेना की ताकत में इजाफा हुआ है. एक और स्वदेशी बहुउद्देश्यीय स्टील्थ फ्रिगेट, हिमगिरि, गुरुवार को नौसेना को सौंप दिया गया जो देश की समुद्री युद्ध क्षमताओं को बढ़ाएगा. यह इस महीने सेना को सौंपा जाने वाला दूसरा ऐसा स्टील्थ युद्धपोत है. 6,670 टन वजनी हिमगिरि का निर्माण कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) ने किया है, जबकि उसके पूर्ववर्ती उदयगिरि को मुंबई स्थित मझगांव डॉक्स (MDL) ने 1 जुलाई को सौंपा था.

ब्रह्मोस से लैस

दोनों युद्धपोतों को अगस्त के अंत में एक साथ जलावतरण किया जाना है. 149 मीटर लंबा हिमगिरि, प्रोजेक्ट-17A के तहत निर्मित किए जा रहे 7 फ्रिगेट्स में से तीसरा है, चार मुंबई के MDL में और तीन कोलकाता के GRSE में, जिनकी कुल लागत 45,000 करोड़ रुपये है. पहला जनवरी में आईएनएस नीलगिरि (INS Nilgiri) के रूप में जलावतरण किया गया था एक अधिकारी ने बताया कि ये सभी बहु-मिशन फ्रिगेट उन्नत सेंसर और हथियारों से लैस हैं, जिनमें ब्रह्मोस सुपरसोनिक प्रिसिशन-स्ट्राइक क्रूज़ मिसाइलें भी शामिल हैं, जिनकी मारक क्षमता मूल 290 KM से बढ़ाकर 450 KM कर दी गई है.

चीन भी चौंका

दोनो वारशिप को समुद्री क्षेत्र में वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया है. समंदर में एयर डिफेंस के लिए, ये फ्रिगेट इजरायली मूल की बराक-8 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली से लैस हैं, जिसकी मारक क्षमता लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों, ड्रोन और क्रूज़ मिसाइलों सहित अन्य हथियारों को 70 किलोमीटर तक मार गिराने की है.

भारतीय नौसेना की ताकत 

दोनों फ्रिगेट नौसेना के डिज़ाइन, स्टेल्थ, मारक क्षमता, स्वचालन और उत्तरजीविता में एक बड़ी छलांग को दर्शाते हैं और युद्धपोत निर्माण में आत्मनिर्भरता का एक सराहनीय प्रतीक हैं. 150 युद्धपोतों वाली भारतीय नौसेना के 58 जहाज और पोत भारतीय शिपयार्ड में 1.2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्माणाधीन हैं, जबकि 31 अन्य युद्धपोत योजना के चरण में हैं. ये नौसैनिक विस्तार पाकिस्तान और चीन के बीच समुद्री सांठगांठ से निपटने के लिए महत्वपूर्ण है, जो हिंद महासागर क्षेत्र में प्रमुख रणनीतिक पैठ बना रहा है.

FAQ

सवाल- भारत की नौसेना के कितने युद्धपोत अभी निर्माणाधीन हैं?
जवाब-
58

सवाल- क्या भारत न्यूक्लिर ट्रायड फोर्स रखता है?
जवाब- हां, यानी भारत हवाई जहाज, जमीनी मिसाइल और अपनी नौसेना की ताकत से परमाणु युद्ध लड़ सकता है.

सवाल- चीन के पास कितने युद्धपोत?
जवाब- 
चीन के पास करीब 600 युद्धपोत हैं, जिनमें 3 एयरक्राफ्ट कैरियर्स, 61 पनडुब्बियां, दर्जनों डेस्ट्रॉयर और फ्रिगेट्स शामिल हैं. चीन लगातार अपने नेवी को ब्लू वॉटर नेवी यानी विश्वभर में ऑपेशन के लिए सक्षम बना रही है. चीन ने फिलहाल तो 6 एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने का लक्ष्य रखा है, जिनमें से 3 ऑपरेशनल हैं और एक बन रहा है. चीन के पास 65 से ज्यादा पनडुब्बियां हैं, जिनमें से 12 पनडुब्बियां परमाणु ऊर्जा से चलने वाली हैं.

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