Russian woman Nina Kutina revealed: इश्क की आग में डूबी रूसी महिला जो कर्नाटक की एक गुफा में अपनी दो बेटियों के साथ मिलीं हैं, उनकी कहानी इन दिनों पूरे देश में चर्चित है. प्रेम, बच्चे, गुफा, तनाव, पैसा, दूरी, त्याग और पिता की बेटी के लिए प्रेम ये सब इस कहानी में है. पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. अब इस मामले में जो खुलासे हो रहे हैं, वह जानकर कोई भी हैरान हो सकता है. आइए जानते हैं कर्नाटक के गोकर्ण के एक गुफा में मिली रूसी महिला से जुड़े सभी खुलासे.
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Russian woman Nina Kutina rescued gokarna cave: गोवा के समुद्र तटों पर शुरू हुई एक प्रेम कहानी जो आठ साल पहले चिंगारी बनकर भड़की थी उसका अंत कर्नाटक की एक गुफा में हुआ. इससे पहले आप सब दिमाग लगाए हम आपको बता दें कि कर्नाटक के गोकर्ण के रामतीर्थ पहाड़ियों की गुफा में मिलने वाली 40 साल की रूसी महिला नीना कुटीना से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. इसी बीच ऐसे खुलासे हो रहे हैं जो किसी को भी हैरान कर देंगे.
कर्नाटक के गुफा में मिली रूसी महिला
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल गोवा में दर्ज एक पुलिस शिकायत में बताया गया है कि कैसे एक इजराइली पुरुष और एक रूसी महिला के बीच आठ साल पहले शुरू हुई प्रेम कहानी जो कस्टडी की लड़ाई और फिर तनावपूर्ण में उलझ गई. यह कहानी दुनिया के सामने आती भी नहीं अगर 40 साल की रूसी नागरिक नीना कुटीना को जंगल में न पाया गया होता. नीना कुटीना और उनके 6 और 4 साल की दो नाबालिग बेटियों को पिछले हफ़्ते कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ ज़िले में गोकर्ण के पास रामतीर्थ पहाड़ियों में एक सुदूर गुफा से राज्य पुलिस ने बचाया था.
रूसी महिला के पति का चला पता, बेटी की कस्टडी की मांग
जांच के बाद पुलिस को इन बच्चों के पिता की जानकारी मिली. दोनों बच्चों के पिता ड्रोर गोल्डस्टीन (38) ने अब उनकी संयुक्त कस्टडी की मांग की है और अधिकारियों से आग्रह किया है कि उनकी बेटियों को उनके साथ रूस न भेजा जाए.
2024 को दर्ज कराई गई गुमशुदगी रिपोर्ट
इसके पहले गोल्डस्टीन द्वारा गोवा के पणजी पुलिस स्टेशन में 14 दिसंबर, 2024 को दर्ज कराई गई गुमशुदगी की शिकायत के अनुसार, उनकी मुलाकात अक्टूबर 2017 में गोवा की यात्रा के दौरान अरम्बोल में नीना से हुई थी. अब जो शिकायत हुई थी उसी के आधार पर समझते हैं नीना कुटीना के रोमांस से लेकर गुफा तक की कहानी.
पहली नजर में प्यार
ड्रोर ने अपनी शिकायत में बताया था कि दोनों को पहली नजर में प्यार हो गया था. उन्होंने शिकायत में दावा किया, "हमारी मुलाक़ातें बढ़ती गईं और आखिरकार हम उसके घर पर उसके पिछले पार्टनर से हुए दो बेटों के साथ रहने लगे" उन्होंने दावा किया कि हालात तब बिगड़ गए जब वह उनके साथ दुर्व्यवहार करती और उनसे "पैसे ऐंठती" थी. मई 2018 में उन्होंने उनके इज़राइल जाने की यात्रा की व्यवस्था की.लेकिन बिना वीजा के ज़्यादा समय तक रुकने और अपने बेटे के लिए यात्रा परमिट न होने से जुड़े दस्तावेज़ों की वजह से उन्हें रूस भेज दिया गया और वह यूक्रेन में रहने लगीं. इसके बाद मेरे प्रति नीना का व्यवहार बदलता गया जिसके बाद मैंने धीरे-धीरे उनसे संपर्क तोड़ना शुरू कर दिया. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरा इस्तेमाल सिर्फ़ पैसों के लिए किया जा रहा है."
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प्रेग्नेंसी और रिश्ते में दरार
जून 2018 में नीना ने ड्रोर को ईमेल किया करके बताया कि वह प्रेग्नेंट हैं. उसी साल यूक्रेन में उनकी पहली बेटी पैदा हुई. ड्रोर अपनी मां के साथ यूक्रेन गए और नीना व बेटी से मिले. इसके बाद दोनों कोस्टा रिका भी गए. कुछ दिन बाद नीना और उनकी बेटी जनवरी 2020 में भारत लौट आए और गोवा में रहने लगे. इसके बाद उन्हें पता चला कि नीना फिर से गर्भवती हैं और मई 2020 में उनके दूसरे बच्चे का जन्म हुआ. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने माँ और बच्चों को "आर्थिक सहायता" प्रदान करना जारी रखा, लेकिन नीना के "मौखिक दुर्व्यवहार" से बचने के लिए वह उस समय भारत नहीं जाना चाहते थे. दिसंबर 2021 में वह अपनी बेटियों से मिलने भारत आए.
बेटियों को नहीं भेजती स्कूल
ड्रोर ने बताया कि नीना अपनी बेटियों को स्कूल भेजने के खिलाफ थीं. वे कहती थीं, "मुझे औपचारिक शिक्षा पर भरोसा नहीं है." ड्रोर का आरोप है कि नीना ने उन्हें अपनी बेटियों से मिलने से रोक दिया और कई बार बिना बताए गायब हो जाती थीं.
नीना के बेटे की मौत, बेटियों को कर्नाटक के गोकर्ण ले गई
शिकायत में आगे बताया कि अक्टूबर 2024 में नीना के बड़े बेटे (पिछले रिश्ते से) की एक हादसे में मौत हो गई. ड्रोर ने नीना को आर्थिक मदद दी और पणजी में एक होटल में कमरा बुक किया. लेकिन नीना ने फिर भी उन्हें बेटियों से दूर रखा. नवंबर 2024 में ड्रोर वीजा रिन्यू करने नेपाल गए और जब वह 22 नवंबर को भारत लौटे तो नीना गायब थीं. "मैंने उनके नंबर पर कॉल करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला." शिकायत में उन्होंने कहा कि उन्हें पता चला कि नीना उन्हें बताए बिना उनकी बेटियों को कर्नाटक के गोकर्ण ले गई थीं.
पुलिस ने खोजा लेकिन नहीं हो पाई पुष्टि
शिकायत में कहा गया कि मैं अपनी बेटियों के जीवन का हिस्सा बनना चाहता हूं और उन्हें आर्थिक और भावनात्मक रूप से सहारा देना चाहता हूँ... मैं अपनी नाबालिग बेटियों के सही ठिकाने, स्थान और स्थिति के बारे में जानने के लिए यह गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करा रहा हूँ," एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पणजी पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत मिली थी. अधिकारी ने कहा, "शिकायतकर्ता को शिकायत में कुछ तथ्यों की पुष्टि के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं आया."