DNA: सौरभ गांगुली को समझना चाहिए कि खेल ही सबकुछ नहीं होता है. खेल से बड़ा देश होता है, 140 करोड़ भारतीयों की भावनाएं खेल से बड़ी होती हैं. आखिर हम ऐसा क्यों कह रहे हैं पढ़िए यह विश्लेषण.
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DNA: आखिर 90 दिन में ऐसा क्या हुआ. क्यों आतंकवाद पर पाकिस्तान पर सौरव गांगुली के सुर बदल गए. ये तो सौरव गांगुली ही बताएंगे. गांगुली अब कह रहे हैं कि मुझे कोई समस्या नहीं है. खेल चलते रहना चाहिए. ये ठीक है गांगुली साहब की आपको आतंकवाद से अब कोई समस्या नहीं होगी लेकिन देश के 140 करोड़ लोगों को पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद से समस्या है. धर्म पूछकर पहलगाम में 26 निर्दोष भारतीयों की हत्या करनेवाले आतंकवादियों के संरक्षक पाकिस्तान से हर भारतीय को समस्या है
हर राष्ट्रवादी भारतीय को उस पाकिस्तान से समस्या है जो आतंकियों को ट्रेनिंग देता है. आतंकियों को पैसा देता है और आतंकियों को निर्दोष भारतीय नागरिकों का खून बहाने के लिए बॉर्डर पार भेजता है. इसलिए भारतीय जनभावना और आक्रोश के दबाव में इंग्लैंड में होने वाला वर्ल्ड लीजेंड्स चैंपियनशिप का मैच भी रद्द हुआ. इसलिए गांगुली साहब आम भारतीय आज चाहता है कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच नहीं होना चाहिए.
DNA : भारत-पाकिस्तान का मैच..गांगुली के लिए जरूरी? पाकिस्तान पर गांगुली की 'ट्रोलिंग' का DNA टेस्ट#DNA #INDvsPAK #AsiaCup2025 #SouravGanguly@pratyushkkhare pic.twitter.com/CNXiguq1MF
— Zee News (@ZeeNews) July 28, 2025
एशिया कप 2025 में 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच ग्रुप स्टेज का मैच प्रस्तावित है. अभी ये मैच प्रस्तावित ही है. इंग्लैंड में वर्ल्ड लीजेंड्स चैंपियनशिप का मैच भी प्रस्तावित ही था लेकिन राष्ट्रवादियों के आक्रोश को देखते हुए भारतीय लीजेंड्स ने पाकिस्तान के साथ खेलने से इनकार कर दिया था. सौरभ गांगुली को आज हम बताना चाहेंगे कि दबाव डालने वाले दबाव डालते हैं.
पाकिस्तान से बात करने के लिए भारत सरकार पर भी बहुत दाबाव होगा. सिंधु जल संधि को रद्द नहीं करने के लिए भी बहुत दबाव होगा लेकिन सरकार ने तय किया है आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकता है. पीएम मोदी कह चुके हैं कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता है. यही भावना आम भारतीय की भी है. सौरभ गांगुली को समझना चाहिए कि खेल ही सबकुछ नहीं होता है. खेल से बड़ा देश होता है, 140 करोड़ भारतीयों की भावनाएं खेल से बड़ी होती हैं. इसलिए 90 दिन में पाकिस्तान पर 180 डिग्री का यू टर्न लेनेवाले सौरभ गांगुली को देश की भावना को गौर सुनना और समझना चाहिए.
आज हम यही कहेंगे कि खेल से जुड़े अथॉरिटी और खिलाड़ियों को सिर्फ खेल भावना का ही नहीं जनभावना का भी ख्याल रखना चाहिए. देश के आम खेल प्रेमी ने ही उन्हें इतनी प्रसिद्धी दी है. सोशल मीडिया पर इसी जनभावना की अभिव्यक्ति हो रही है. सोशल मीडिया पर अब Boycott ASIA CUP वाला हैशटैग भी ट्रेंड करने लगा है. मैच रद्द नहीं होने पर लोग मैच का प्रसारण नहीं देखने की अपील कर रहे हैं.