Jammu Kashmir News: महबूबा मुफ्ती ने अपनी पार्टी के स्थापना दिवस पर कहा, 'पीडीपी हमेशा हीलिंग टच नीतियों की वकालत करती आई है, हम जम्मू-कश्मीर में बातचीत, सुलह और विकास की वकालत करते हैं. भारत एक बड़ा देश है, बड़ा लोकतंत्र है, उसे पड़ोसी देशों के साथ बड़े भाई की तरह व्यवहार करना चाहिए.'
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Mehbooba Mufti: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपनी पार्टी के 26वें स्थापना दिवस पर कहा, 'भारत को दक्षिण एशिया में बड़े भाई की भूमिका निभानी चाहिए और पड़ोसी देश के साथ दोस्ती के संबंधों को बढ़ावा देना चाहिए. एक प्रमुख क्षेत्रीय शक्ति होने के नाते, भारत को टकराव वाली नीतियों के बजाय स्थिरता को बढ़ावा देने वाली कूटनीति को प्राथमिकता देनी चाहिए. जब कश्मीरी पड़ोसियों के साथ शांति की वकालत करते हैं, तो भारत की विदेश नीति को अक्सर एक बाधा के रूप में बताया जाता है, जो जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय नीति और क्षेत्रीय आकांक्षाओं के बीच अलगाव का संकेत देती है.
पाकिस्तान को सबक सिखाने से रोकना चाहती हैं महबूबा मुफ्ती?
महबूबा मुफ्ती ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर किसी देश के विदेश मामलों का अभिन्न अंग है और जम्मू-कश्मीर के बिना कोई विदेश नीति नहीं है. जम्मू-कश्मीर भारत की विदेश नीति के फैसलों, खासकर युद्ध जो लड़े जाते हैं उनके नतीजे भुगतता है.' मुफ़्ती ने ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र करते हुए पिछले युद्धों के नतीजों पर कहा, हमने क्या हासिल किया? जम्मू-कश्मीर में लड़ी गई जंग से हमें बस तबाही हाथ लगी. भारत 80 करोड़ लोगों को मुफ़्त राशन देता है, हमारे पास स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है, हमारे पास डॉक्टर और सुविधाएं नहीं हैं. फिर भी हम जंग लड़ते हैं'.
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान से संबंध बहाल करवाना चाहती हैं महबूबा?
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए महबूबा ने कहा, '1999 में कारगिल युद्ध के तुरंत बाद दिल्ली-लाहौर बस सेवा शुरू की गई थी. युद्ध के बावजूद, वाजपेयी ने पाकिस्तान के साथ बातचीत की प्रतिबद्धता दर्शाते हुए बात की थी. महबूबा मुफ़्ती ने कहा मेरे पिता मुफ़्ती मोहम्मद सैयद का यही दृष्टिकोण था कि कूटनीति के ज़रिए तनाव कम किया जाए.'
महबूबा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास देश के 120 करोड़ लोगों का मजबूत जनादेश है और उनमें पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के हितधारकों के साथ बातचीत के ज़रिए कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की क्षमता है.
SIR पर बयान
भारत चुनाव आयोग के नए कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, 'आप लाए हैं SIR, आपको क्या हासिल होगा? अगर आपको हमारी ज़मीन चाहिए, तो ले लीजिए और हमें बाहर निकाल दीजिए. अगर आपको दुनिया में आगे बढ़ना है और चीन से आगे निकलना है, तो नफ़रत और युद्ध बंद कीजिए, सुलह कीजिए.
एशिया कप के दौरान हो रहे भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर बयान देते हुए महबूबा ने कहा, मुझे खुशी है कि भारत की टीम एशिया कप में भाग लेगी और पाकिस्तान के साथ खेलेगी. आप कितना खून बहाएंगे? महबूबा ने कहा, भारत बड़ा देश है, बड़ा लोकतंत्र है, उसे पड़ोसी देशों से भाई की तरह व्यवहार करना चाहिए'.
FAQ
सवला- पहलगाम आतंकवादी हमला कब हुआ था?
जवाब- पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को एक आतंकवादी हमला हुआ था. पाकिस्तान से सहायता प्राप्त आंतकवादियों ने पहलगाम में घुसकर लोगों से उनका धर्म पूछकर हिंदुओं का नरसंहार कर दिया था. इस बर्बर आतंकी हमले के परिणामस्वरूप 26 लोगों की जान चली गई.
सवाल- भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर महबूबा क्या चाहती हैं?
जवाब- महबूबा मुफ्ती, एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के प्रस्तावित मैच को लेकर बेहद उत्साहित हैं.
सवाल- पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती मोदी सरकार से क्या चाहती हैं?
जवाब- महबूबा मुफ्ती चाहती हैं कि जैसे करगिल युद्ध के बाद तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेई ने बस यात्रा शुरू की थी. वैसे ही मोदी सरकार सब भुलाकर कुछ करे, यानी भारत बड़ा भाई बनकर पड़ोसी देशों के साथ भाई जैसा बरताव करे.
आपको बताते चलें कि करगिल में जब बर्फीली चोटियों में चोरी छिपकर पाकिस्तान ने भारत की पीठ पर भोका था छुरा, तब भारत भूल गया था; लेकिन आज का भारत न भूलता है ना माफ करता है.