रेलवे स्टेशन के नाम अक्सर छोटे और याद रखने में आसान होते हैं, लेकिन भारत में एक ऐसा रेलवे स्टेशन भी है, जिसका नाम सुनकर आपकी जीभ उलझ सकती है और दिमाग चकरा सकता है. टिकट बुक करते वक्त जहां बाकी स्टेशन का नाम टाइप करना आसान होता है, वहीं इस स्टेशन का नाम लिखते-लिखते उंगलियां थक सकती हैं. आइए जानते हैं भारत में सबसे लंबा नाम वाला रेलवे स्टेशन कौन-सा है.
हम बात कर रहे हैं आंध्र प्रदेश के वेंकटनरसिम्हाराजूवरिपेटा (Venkatanarasimharajuvaripeta) रेलवे स्टेशन की, जिसका नाम भारत में सबसे लंबा है. आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु की सीमा के पास स्थित यह छोटा-सा रेलवे स्टेशन अपने लंबे नाम के कारण पूरे भारत में मशहूर है. यहां का नाम इतना लंबा है कि इसे एक बार में सही तरीके से बोलना आसान नहीं.
स्थानीय लोग इसे छोटे रूप में “वेंकटनरसीम्हा” कहकर बुला लेते हैं, लेकिन आधिकारिक रूप से इसका पूरा नाम ही प्रयोग होता है.
वेंकटनरसिम्हाराजूवरिपेटा स्टेशन चित्तूर जिले के पास स्थित है और दक्षिण रेलवे जोन के तहत आता है. यह स्टेशन हालांकि छोटा है और यहां ज्यादा ट्रेनें नहीं रुकतीं, लेकिन लंबे नाम की वजह से यह रेलवे प्रेमियों और यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. नाम का संबंध एक स्थानीय जमींदार वेंकटनरसिम्हा राजू से बताया जाता है, जिनके नाम और ‘पेटा’ (गांव) शब्द को जोड़कर स्टेशन का नाम रखा गया.
जब भी इस स्टेशन की तस्वीर या नाम सोशल मीडिया पर वायरल होता है, लोग इसे लेकर तरह-तरह के मजेदार कमेंट करते हैं. कोई कहता है कि इस नाम को बोलते-बोलते ट्रेन छूट जाएगी, तो कोई मजाक में कह देता है कि इसका नाम सुनते-सुनते सफर पूरा हो जाएगा.
हालांकि भारत में कई लंबे नाम वाले रेलवे स्टेशन हैं, जैसे चेन्नई का ‘पुरट्टाची थलपति विजय नगरम’ और उत्तर प्रदेश का ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन’ (जो पहले मुगलसराय के नाम से जाना जाता था), लेकिन लंबाई के मामले में वेंकटनरसिम्हाराजूवरिपेटा का कोई मुकाबला नहीं. यह न केवल भारतीय रेलवे के लिए एक खास पहचान है, बल्कि यात्रियों के लिए भी एक अनोखा एक्सपीरिएंस भी है.
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