AI का इन दिनों ऐसा-ऐसा इस्तेमाल देखा जा रहा है जो हर किसी के होश उड़ा रहा है. वहीं, अब लगता है कि इस AI ने लोगों की नौकरियां भी खानी शुरू कर दी है. हाला में एक बैंक ने इसे आम कर्मचारी के तौर पर नौकरी पर रखा है और बैंक इस बात से खुश है कि यह ज्यादा प्रोडक्टिव साबित होने वाला है.
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल वक्त के साथ बढ़ता जा रहा है. कई लोगों ने अपने काम में भी AI की मदद लेना शुरू कर दिया है. ऐसे में कह सकते हैं कि यह कई नौकरियों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है. अब AI को लेकर एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने इंजीरियरिंग सेक्टर में काफी हलचल मचा दी है. यह हंगामा उस समय खड़ा हो गया जब हाल ही में अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निवेश बैंक Goldman Sachs अपनी टीम में AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर डेविन (Devin) को शामिल किया.
बैंक ने AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर से उड़ाए होश
बताया जा रहा है कि इस जाने माने इंवेस्टमेंट बैंक ने डेविन (Devin) नाम के AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम पर रखने के फैसले से हर किसी के होश उड़ा दिए हैं. कमाल की बात तो यह है कि ये AI इंजीनियर न तो सोता है, न ब्रेक लेता है और न ही कभी सैलरी बढ़ाने की मांग करता है. बैंक ने इस AI इंजीनियर के बारे में ऐलान करते हुए बताया है कि फिलहाल शुरुआत में कुछ ऑटोमैटिक कोडर्स का इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं, लेकिन बाद में वे इनकी संख्या को बढ़ा देंगे.
स्टार्टअप कंपनी ने तैयार किया AI इंजीनियर
बता दें कि इस AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर डेविन को लंदन की एक स्टार्टअप कंपनी ने तैयार किया है. इसे लेकर गोल्डमैन के इंफॉर्मेशन ऑफिसर मार्को अर्जेंटी ने CNBC बात करते हुए बताया, 'डेविन भी हमारी कंपनी में नए कर्मचारियों की तरह ही काम करेगा और ये भी इंसानों जैसा ही अच्छा प्रदर्शन कर पाने में पूरी तरह से सक्षम है.'
बदलेगा काम का तरीका
गोल्डमैन में इस समय लगभग 12,000 डेवलपर्स कार कर रहे हैं. वहीं, AI कोडर्स के आने के बाद इंडस्ट्री में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. यहां अर्जेंटी ने डेविन से काफी उम्मीदें जताई है. उनका कहना है कि डेविन पिछले AI टूल्स की तुलना में ज्यादा प्रोडक्टिव काम कर सकता है. इसकी मदद से पुराने कोड्स को अपडेट करने का काम किया जाएगा, जिसे अक्सर इंजीनियर्स को बोझिल लगता है.
युवा इंजीनियर्स के लिए चुनौती
गौरतलब है कि जहां एक तरफ AI की वजह से बहुत सारे काम आसान हो रहे हैं. वहीं, इसका आना युवा इंजीनियर्स के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, जो अभी-अभी अपने करियर की शुरुआत ही कर रहे हैं. क्योंकि इस कारण अब इंजीनियरिंग के सेक्टर में नौकरी की कमी देखने को मिल सकती है.