बाहर से मजबूत और अंदर से खोखली है चीनी सेना, जिनपिंग की बढ़ी टेंशन, कैसे ताइवान से होगा मुकाबला
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बाहर से मजबूत और अंदर से खोखली है चीनी सेना, जिनपिंग की बढ़ी टेंशन, कैसे ताइवान से होगा मुकाबला

China Military Rift: चीनी सेना भले ही दुनिया के सामने खुद को सबसे ताकतवर पेश करती हो, लेकिन अंदर ही अंदर जिनपिंग की आर्मी में उथलपुथल मची हुई है. 

बाहर से मजबूत और अंदर से खोखली है चीनी सेना, जिनपिंग की बढ़ी टेंशन, कैसे ताइवान से होगा मुकाबला

China Army: चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ( PLA) को दुनिया की सबसे ताकतवर सेना माना जाता है. इसके युद्धपोत दूर-दूर तक कई महासागरों में गश्त कर रहे हैं. वहीं चीन में परमाणु हथियारों की संख्या हर साल 100 तक बढ़ रही है, ताइवान के आसपास सैन्य उड़ानों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. यहां तक की चीन लगातार अपने स्टेल्थ फाइटर या आधुनिक लैंडिंग बोट्स जैसे नई तकनीकी हथियारों का प्रदर्शन भी करता रहता है, हालांकि इस बाहरी शक्ति के पीछे चीन की आंतरिक अस्थिरता भी छिपी है. 

चीनी सेना में खाली पद 
'न्यूयॉर्क टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सेना का संचालन करने वाली चीन की सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के मौजूदा समय में 3 प्रमुख पद खाली हैं. वहीं कुछ सैन्य अधिकारी या तो गिरफ्तार हुए हैं या रहस्यमय तरीके से गायब हो गए हैं. यह स्थिति राष्ट्रपति शी जिनपिंग के उस सालों पुराने प्रयास को चुनौती देती है, जिसमें उन्होंने सेना को आधुनिक, वफादार और युद्ध के लिए तैयार बनाने का लक्ष्य रखा है.   

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चीनी सेना में गड़बड़ी 
बता दें कि शी जिनपिंग ने साल 2027 तक PLA को पूरी तरह मॉडर्न बनाने का टारगेट रखा है और कुछ अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक उसी साल तक चीन की ताइवान पर कब्जा करने की क्षमता हासिल करने की योजना भी है, लेकिन हालिया जांच और अधिकारियों की बर्खास्तगी से यह स्पष्ट होता है कि चीनी सेना में भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता की समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं. शी के करीबी माने जाने वाले जनरल हे वेइडोंग और एडमिरल मियाओ हुआ जैसे शीर्ष अधिकारी अब जांच के घेरे में हैं. इससे सेना की कार्यक्षमता और नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह उथल-पुथल शी के युद्ध की योजना को प्रभावित कर सकती है खासतौर से ताइवान जैसे संवेदनशील मुद्दे पर. 

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कैसे आर्मी संभालेंगे जिनपिंग 
शी ने चीनी सेना में लगातार उथल-पुथल के बावजूद सैनिकों को चुनौतीपूर्ण अभियानों में लगाया है, जिनमें 2 एयरक्राफ्ट कैरियर के साथ पश्चिमी प्रशांत में ट्रेनिंग और इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल टेस्ट शामिल है. बता दें कि शीअगले महीने बीजिंग में होने वाली सैन्य परेड में अपनी शक्ति और सेना पर कंट्रोल का प्रदर्शन करेंगे. आज के समय चीन की सेना दोराहे पर खड़ी है. एक ओर बाहरी शक्ति का प्रदर्शन और दूसरी ओर आंतरिक अस्थिरता. आखिर देखना दिलचस्प होगा कि शी जिनपिंग इस द्वंद्व को कैसे सुलझा पाते हैं. 

FAQ 

चीन की सेना का नाम क्या है? 
चीन की सेना का नाम पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) है, जो दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक मानी जाती है. 

चीन की सेना में क्या समस्याएं हैं?
चीन की सेना में भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता की समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं, जिससे सेना की कार्यक्षमता और नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं. 

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श्रुति कौल

ज़ी न्यूज में सब एडिटर. वनस्थली विद्यापीठ यूनिवर्सिटी राजस्थान से जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन. ये राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों, विज्ञान और ट्रेवल से जुड़े विषयों पर लिखती हैं. लि...और पढ़ें

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