दो बिछड़े भाई क्‍या एक होंगे? किम को समझना मुश्किल नहीं नामुमकिन है
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दो बिछड़े भाई क्‍या एक होंगे? किम को समझना मुश्किल नहीं नामुमकिन है

North Korea-South Korea Relation: नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच लंबे समय से तनाव जारी है, हालांकि अब साउथ कोरिया ने दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने के लिए कोशिश शुरू कर दी है.  

दो बिछड़े भाई क्‍या एक होंगे? किम को समझना मुश्किल नहीं नामुमकिन है

North Korea-South Korea Conflict: साउथ कोरिया एक बार फिर नॉर्थ कोरिया के साथ वापस जुड़ने की कोशिश कर रहा है. इसको लेकर साउथ कोरियाई एकीकरण मंत्री चुंग डोंग योंग ने कहा कि द्विपक्षीय संपर्क बहाल होते ही उनका देश नॉर्थ कोरिया के साथ ह्यूमैनेटेरियन प्रोजेक्ट्स के लिए इंटर-कोरियन कोऑपरेशन फंड का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है. 

इंटर-कोरियन कोऑपरेशन फंड भेजेगा नॉर्थ कोरिया? 
चुंग ने कहा कि इस फंड का मकसद दोनों कोरियाई देश के बीच आर्थिक सहयोग और सामाजिक-सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है. इसका बजट 2007 में 439.7 बिलियन वॉन (लगभग 28.58 ट्रिलियन भारतीय रुपये) तक पहुंच गया था, लेकिन नॉर्थ कोरिया के न्यूक्लियर और मिसाइल टेस्ट के कारण यह तेजी से घट गया. मंत्री ने कहा कि साल 2023 में इस फंड का इस्तेमाल करके नॉर्थ कोरिया में एक चाइल्ड न्यूट्रिशन प्रोग्राम के लिए 900 मिलियन वॉन बांटे गए थे, हालांकि, तनावपूर्ण संबंधों और फॉर्मल कम्यूनिकेशन चैनलों की कमी के कारण इसे रोक दिया गया.  

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नॉर्थ कोरियाई नागरिकों से बात करेंगे साउथ कोरियाई? 
चुंग ने नॉर्थ कोरियाई लोगों के साथ संपर्क की घोषणा को कंट्रोल करने वाले मंत्रालय के दिशा-निर्देशों में हाल ही में संशोधन को मंजूरी दी है. नए नियमों के तहत साउथ कोरियाई नागरिक नॉर्थ कोरियाई लोगों के साथ स्वतंत्र रूप से जुड़ सकते हैं, हालांकि उन्हें इसकी रिपोर्ट पेश करनी होगी. मंत्री ने नागरिक समूहों को ठंडे पड़ चुके इंटर कोरियाई संबंधों को बेहतर बनाने और भविष्य के सहयोग के लिए रास्ता बनाने में ज्यादा सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया. NGO काउंसिल के वाइस चेयरमैन चोई चांग नाम ने कहा कि आसान प्रतिबंध कार्यकर्ताओं के लिए राहत की बात है, जिन्होंने लंबे समय से ह्यूमैनेटेरियन आउटरीच में अधिक स्वायत्तता की मांग की है.  

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क्या होगा नॉर्थ कोरिया का रिएक्शन? 
बता दें कि साउथ कोरिया की सरकार ने साल 2024 में नॉर्थ कोरिया के लिए कोई सरकारी या नागरिक-नेतृत्व वाली ह्यूमैनेटेरियन एड प्रोजेक्ट नहीं चलाया है, जो नवीनीकृत जुड़ाव के लिए जरूरी को दर्शाता है.अब देखना यह है कि साउथ कोरिया के इस प्रस्ताव पर नॉर्थकोरिया क्या रिएक्शन देता है और क्या इससे दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार हो सकता है?  

F&Q 
साउथ कोरिया और नॉर्थकोरिया के बीच क्या चल रहा है?
साउथ कोरिया नॉर्थकोरिया के साथ फिर से जुड़ने की कोशिश कर रहा है और इसके लिए उसने इंटर-कोरियन कोऑपरेशन फंड का उपयोग करने की योजना बनाई है. 

इंटर-कोरियन कोऑपरेशन फंड क्या है?
यह फंड दोनों कोरियाई देशों के बीच आर्थिक सहयोग और सामाजिक-सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया है. 

साउथ कोरिया की योजना का मकसद क्या है?
साउथ कोरिया की योजना का मकसद दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार करना और मानवतावादी परियोजनाओं के लिए सहयोग बढ़ाना है. 

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श्रुति कौल

ज़ी न्यूज में सब एडिटर. वनस्थली विद्यापीठ यूनिवर्सिटी राजस्थान से जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन. ये राष्ट्री-अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों, विज्ञान और ट्रेवल से जुड़े विषयों पर लिखती हैं. लिख...और पढ़ें

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