भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजित डोभाल ने मॉस्को में रूस के सुरक्षा परिषद सचिव सर्गेई शोइगु से मुलाकात की. दोनों ने भारत-रूस की स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को मजबूत करने और साल के अंत में होने वाले बाइलैटरल समिट की तैयारियों पर चर्चा की. अमेरिका के दबाव के बीच यह बैठक खास मायने रखती है.
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भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) अजीत डोभाल ने मॉस्को में रूस की सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु से मुलाकात की. इस मीटिंग में दोनों देशों ने अपनी स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को और मजबूत करने के तरीके पर चर्चा की. ये मुलाकात इस साल के आखिर में होने वाले बाइलैटरल समिट की तैयारी के लिए हुई. दोनों पक्षों ने ग्लोबल सिक्योरिटी और मल्टीलेयर्ड कोऑपरेशन पर भी बातचीत की.
अमेरिका का दबाव और रूस के साथ भारत की पॉलिसी
वैश्विक स्तर पर अमेरिका रूस पर काफी इकोनॉमिक प्रेशर बना रहा है, खासकर एनर्जी सेक्टर में. अमेरिका चाहता है कि भारत जैसे देशों को रूस से तेल और गैस खरीदने से रोका जाए, ताकि रूस की इकोनॉमी कमजोर हो सके. लेकिन भारत अपनी एनर्जी सिक्योरिटी और स्ट्रैटेजिक हितों को ध्यान में रखते हुए रूस के साथ मजबूत रिश्ते बनाए रखना चाहता है. इसलिए इस मीटिंग का मतलब ये भी है कि भारत अपनी फॉरेन पॉलिसी में बैलेंस बनाकर चल रहा है.
पुतिन की भारत यात्रा और बढ़ती दोस्ती
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की इस महीने के अंत में भारत आने वाली यात्रा से पहले ये बातचीत काफी महत्वपूर्ण है. पुतिन और डोभाल की पिछली बैठक में भी दोनों ने अपनी दोस्ती और सहयोग को लेकर अच्छी बात की थी. रूस की सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु ने कहा कि भारत-रूस के रिश्ते अब और भी मजबूत हो गए हैं, खासकर डिफेंस और एनेर्जी के मामले में.
आगे क्या होगा?
दोनों देशों ने इस साल के अंत में होने वाले बाइलैटरल समिट की तैयारी तेज करने पर भी सहमति जताई. इस सम्मेलन में डिफेंस, रीजनल सिक्योरिटी, इकोनॉमिक कोऑपरेशन और एनर्जी जैसे अहम मुद्दों पर बात होगी. भारत के राजदूत विनय कुमार भी इस मीटिंग में शामिल थे. रूस के राष्ट्रपति के सलाहकार यूरी उशाकोव ने बताया कि ये दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और हर साल नेताओं की मुलाकात होती है.