ट्रंप ने फिर ग्रीनलैंड का राग अलापा; सैन्य कार्रवाई से इनकार नहीं, कनाडा को भी अमेरिका में मिलाने की चर्चा!
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ट्रंप ने फिर ग्रीनलैंड का राग अलापा; सैन्य कार्रवाई से इनकार नहीं, कनाडा को भी अमेरिका में मिलाने की चर्चा!

राष्ट्रपति ट्रंप ने फिर ग्रीनलैंड को अमेरिका में शामिल करने की इच्छा जताई है और सैन्य कार्रवाई की संभावना से इनकार नहीं किया. साथ ही उन्होंने कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने पर भी बयान दिया.

 ट्रंप ने फिर ग्रीनलैंड का राग अलापा; सैन्य कार्रवाई से इनकार नहीं, कनाडा को भी अमेरिका में मिलाने की चर्चा!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ग्रीनलैंड पर कब्जे की इच्छा दोहराई है और स्पष्ट किया है कि वह इसके लिए सैन्य कार्रवाई को नकारते नहीं हैं. NBC को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि ग्रीनलैंड की भौगोलिक और सामरिक स्थिति अमेरिका के लिए बेहद अहम है. ट्रंप ने कनाडा को भी अमेरिका में शामिल करने की बात को खारिज नहीं किया और कहा कि वे कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से इस पर चर्चा कर सकते हैं. हालांकि, ग्रीनलैंड और कनाडा दोनों ही इस विचार के विरोध में हैं और जनता भी समर्थन नहीं कर रही.

  1. ट्रंप ने ग्रीनलैंड को लेकर दिया विवादित बयान
  2. कनाडा को अमेरिका में मिलाने की चर्चा पर बोले ट्रंप

ट्रंप ने ग्रीनलैंड को लेकर दिया बयान

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को एक इंटरव्यू में फिर से ग्रीनलैंड को अमेरिका में मिलाने की इच्छा जाहिर की. NBC न्यूज को दिए गए बयान में ट्रंप ने कहा कि ‘मैं किसी भी विकल्प को नकारता नहीं हूं. मुझे ग्रीनलैंड की जरूरत है. यह हमारी अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी है.’ उन्होंने यह भी कहा कि ग्रीनलैंड की जनसंख्या कम है और अमेरिका उनका ध्यान रखेगा.

ट्रंप के मुताबिक, वहां भविष्य में कीमती खनिज संसाधन भी हो सकते हैं, जो अमेरिका के लिए फायदेमंद होंगे. हालांकि, ग्रीनलैंड के अधिकांश लोग इस योजना के खिलाफ हैं.

कनाडा को US में शामिल करने की कही बात
इंटरव्यू के दौरान ट्रंप से पूछा गया कि क्या वे कनाडा को अमेरिका में शामिल करने की योजना पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से इस मुद्दे पर औपचारिक बातचीत नहीं की है, लेकिन भविष्य में यह मुद्दा चर्चा में आ सकता है. उन्होंने कहा, ‘मैं इस पर हमेशा बात करूंगा, क्योंकि हम कनाडा को हर साल $200 बिलियन की सब्सिडी देते हैं.’

ट्रंप ने कनाडा के ऑटोमोबाइल, ऊर्जा और लकड़ी उद्योगों को लेकर भी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि अमेरिका को न तो कनाडा की गाड़ियां चाहिए, न ऊर्जा और न लकड़ी. ‘हमारे पास सब कुछ है, बस पर्यावरणवादियों से मुक्त करने की ज़रूरत है.’ ट्रंप के इस बयान से कनाडा-अमेरिका संबंधों में तनाव आने की आशंका है.

ग्रीनलैंड को बना रहे निशाना
ग्रीनलैंड को लेकर ट्रंप की बार-बार की जाने वाली टिप्पणियां डेनमार्क को भी परेशान कर चुकी हैं. पहले भी 2019 में ट्रंप ने ग्रीनलैंड को खरीदने की इच्छा जताई थी, जिसे डेनमार्क ने ‘बेतुका प्रस्ताव’ कहा था. अब सैन्य विकल्प का जिक्र करके ट्रंप ने एक बार फिर विवाद को हवा दी है.

दूसरी ओर, ग्रीनलैंड के लोग और प्रशासन अमेरिका से जुड़ने के खिलाफ हैं. हालिया सर्वे में सामने आया है कि अधिकतर ग्रीनलैंडवासी इस विचार को समर्थन नहीं देते. इसके बावजूद ट्रंप इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और संसाधनों के नाम पर आगे बढ़ा रहे हैं.
लोकतंत्र को लेकर जाहिर की चिंता

ट्रंप के हालिया बयानों पर अमेरिकी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता जताई जा रही है. ग्रीनलैंड और कनाडा जैसे लोकतांत्रिक देशों को सैन्य और राजनीतिक दबाव से अमेरिका में शामिल करने की चर्चा को कई विशेषज्ञ लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ मान रहे हैं.
हालांकि ट्रंप का तर्क है कि अमेरिका को अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए ऐसे कदम उठाने पड़ सकते हैं. उनकी नजर में यह न सिर्फ रणनीतिक, बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से भी जरूरी है. अब देखना होगा कि इन प्रस्तावों पर अमेरिकी संसद, नाटो और वैश्विक समुदाय की प्रतिक्रिया कैसी होती है.

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