Palestine: इजराइल जिस तरह से कदम उठा रहा है उससे पता लगता है कि उसकी गाजा को लेकर कुछ बड़ी मंशा है. लोगों का विस्थापन और मिलिट्री ऑपरेशन्स एक बड़े प्लान की ओर इशारा करते हैं.
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Palestine: इजराइल हर रोज़ और क्रूर होता जा रहा है. वह जिस तरह से अपने कदम उठा रहा है, उससे एक बड़ी प्लानिंग की बू आ रहा है. मानों नेतन्याहू और उनकी सेना कुछ बड़ा करने की फिराक में है. अब गाजा में आईडीएफ ने एक और बड़ा कदम उठाया है. इजराइल ने गुरुवार को उत्तरी गाज़ा के कई इलाकों में रह रहे फिलिस्तीनियों को जल्द से जल्द पश्चिम की ओर महफूज जगहों पर जाने का आदेश दिया है.
यह आदेश उस वक्त आया है जब इज़राइली सेना ने गाज़ा पट्टी में अपने मिलिट्री ऑपरेशन को और तेज कर दिया है. इसे साफ तौर पर गाजा पर कब्जा करने के तरफ एक कदम के तौर पर देखा जा रहा है. यहां तक की इजराइली सेना ने एक नक्शा जारी करते हुए इसकी जानकारी दी है. जो बताते है कि कितनी प्लानिंग के साथ कदम उठाए जा रहे हैं.
इज़राइली सेना के प्रवक्ता अविचाय अद्रई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक नक्शा जारी करते हुए बताया कि अल-अतात्रा, जबालिया, शुजैया, दरज और ज़ैतून जैसे इलाकों में रहने वालों को तुरंत जगह को खाली करने को कहा गया है. उन्होंने चेतावनी दी कि इन इलाकों में मिलिट्री कार्रवाई अब और तेज होने वाली है.
इस सैन्य कार्रवाई को Operation Gideon’s Chariots नाम दिया गया है, जो गाज़ा पर परमानेंट कंट्रोल की मंशा का संकेत देता है. इज़राइली सेना की योजना के मुताबिक, उत्तरी गाज़ा से बड़ी तादाद में फिलिस्तीनियों को हटाकर साउथ गाज़ा के हिस्सों में बने कलेक्शन कैंप्स में भेजा जाएगा. इन कैंपों को अस्थायी तौर विस्थापित लोगों को रखने के लिए तैयार किया जा रहा है.
इज़राइली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेना का टारगेट आने वाले दो महीनों में गाज़ा पट्टी के लगभग 75 फीसद हिस्से पर कंट्रोल करने का है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह कदम न केवल फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय संकट को और बढ़ाएगा, बल्कि इलाके में तनाव को भी एक नए स्तर तक पहुंचा सकता है. इस कदम को लेकर इंटरनेशनल कम्यूनिटी की फिक्र बढ़ गई है. मानवीय संगठनों ने गाज़ा में नागरिकों की सुरक्षा और उनके पुनर्वास को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं.
- स्थायी सैन्य ऑपरेशन: "ऑपरेशन गिडियन की रथ" जैसे ज़मीनी हमलों की शुरुआत, जो अस्थायी नहीं बल्कि लंबे कब्जे का संकेत देते हैं.
- विस्थापन योजना: उत्तरी गाज़ा के लोगों को जबरन हटाकर दक्षिणी हिस्से में कलेक्शन कैंप्स में भेजने की तैयारी.
- बड़े क्षेत्र पर कब्जे की योजना: इज़राइली मीडिया के अनुसार, अगले दो महीनों में गाज़ा के 75% हिस्से पर नियंत्रण का टारगेट
- नक्शे जारी करना: सेना द्वारा सार्वजनिक रूप से evacuation zones के नक्शे साझा करना, दीर्घकालिक रणनीति की ओर इशारा करता है.
- राजनीतिक बयानबाज़ी: इज़राइली नेताओं और सेना की ओर से गाज़ा को "सुरक्षा ज़ोन" बनाने और वहां स्थायी सैन्य मौजूदगी बनाए रखने की बातें करना इजराइल के बड़े प्लान को दर्शाता है.