Nagpur Violence Inside Story: हिंसक झड़प के बाद 10 पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि कोतवाली, गणेशपेठ, इमामबाड़ा, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस हिंसा का कौन है जिम्मेदार...
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Nagpur Violence Inside Story: महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. फिल्म छावा की रिलीज के बाद नितेश राणे और कई बीजेपी नेताओं ने मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर कई विवादित बयान दिए हैं. इन बयानों का असर इतना हुआ कि लोग सड़कों पर उतर आए और मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को तोड़ने की मांग करते हुए जमकर बवाल मचाया. इसी बीच यह अफवाह फैल गई कि एक हिंदू संगठन के लोगों ने कुरान जला दी है, इसके बाद नागपुर के हंसपुरी इलाके में हिंसा भड़क उठी और भीड़ ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. वहीं, हिंसा के बाद नितेश राणे ने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है जिसने इस हिंसा की आग में घी डालने का काम कर दिया है. इस बयान से महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में हिंसा फैल सकती है.
नितेश राणे ने दिया बिवादित बयान
नितेश राणे ने कहा कि औरंगजेब का मकबरा गंदगी है वो यहां रखने लायक नहीं है. उसे शौचालय भी घोषित करेंगे तो गलत नहीं है. हमारे छत्रपति शिवाजी और संभाजी महाराज के साथ जो कुछ भी किया था, उसकी कोई भी गंदगी हमारे राज्य में रखने लायक नहीं है. यही भूमिका हमारे सीएम ने ली है और ये गंदगी अब ज्यादा दिनों की मेहमान नहीं है. सही समय पर आपको ब्रेकिंग न्यूज मिल जाएगी.
Mumbai, Maharashtra: Minister Nitesh Rane says, "The filth in their Magpara is not worth keeping here. Even if it is declared a toilet, it wouldn’t be wrong, it is filth for us. Anyone who acted against our Chhatrapati Shivaji Maharaj and Chhatrapati Sambhaji Maharaj, like… pic.twitter.com/TmlD5BBY1D
— IANS (@ians_india) March 17, 2025
हिंसा के एक दिन पहले बीजेपी विधायक ने दी कब्र तोड़ने की धमकी
हिंसा से एक दिन पहले बीजेपी विधायक टी राजा ने भी मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को लेकर विवादित बयान दिया था और विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्यों का समर्थन किया था, जिन्होंने ऐलान किया था कि अगर सरकार औरंगजेब की कब्र नहीं हटाती है, तो वे बाबरी मस्जिद की तरह मुगल बादशाह की कब्र को भी ध्वस्त कर देंगे. इस बयान के एक दिन बाद हिंसा हुई है.
टी राजा ने औरंगजेब पर बोला हमला
महाराष्ट्र में एक सभा को संबोधित करते हुए टी राजा सिंह ने कहा, "महाराष्ट्र के हिंदू चाहते हैं कि मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र राज्य से हटाई जाए. औरंगजेब की कब्र कब तोड़ी जाएगी? अब मेरा एक ही संकल्प है. भारत को 'हिंदू राष्ट्र' बनाना और औरंगजेब की कब्र हटाना. पहले महाराष्ट्र के हिंदू पूछते थे, लेकिन अब पूरे देश के हिंदू पूछ रहे हैं, 'औरंगजेब की कब्र अभी भी यहाँ क्यों है?' उसने अपने पिता को जेल में डाला, अपने भाइयों को मार डाला और हमारे मंदिरों को नष्ट कर दिया. महाराष्ट्र में उसकी कब्र एक ज़हरीली तलवार की तरह है.
#WATCH | Speaking at an event in Maharashtra's Pune yesterday, Telangana BJP MLA T Raja Singh said, "...The Hindus in Maharashtra want that Aurangzeb's grave should be erased from the state...Kab tutegi Aurangzeb ki kabr?..I have only resolve now - to make India a 'Hindu Rashtra'… pic.twitter.com/hpgUeV65pC
— ANI (@ANI) March 17, 2025
बीजेपी विधायक ने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का किया समर्थन
बीजेपी विधायक ने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्यों का समर्थन किया था जिन्होंने कब्र को हटाने के लिए कारसेवा करने की पेशकश की थी. टी राजा सिंह ने कहा, 'हमारे बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने एक सराहनीय बयान दिया और कहा कि अगर सरकार बुलडोजर नहीं चला सकती है, तो हम उनकी (औरंगजेब की) कब्र पर कारसेवा करेंगे. मैं इसका समर्थन करता हूं."
2 दिन पहले दी थी कब्र हटाने की मांग
दरअसल, 16 मार्च को हिंदू संगठन विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग की थी. साथ ही इन संगठनों ने धमकी दी थी कि अगर कब्र नहीं हटाई गई तो ढांचे के साथ "बाबरी मस्जिद जैसी" घटना दोहराई जाएगी. संगठनों का कहना है कि वे खुल्दाबाद में औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए 17 मार्च को पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन करेंगे.
हिंसा के बाद सीएम का आदेश
गौरतलब है कि कि संभाजीनगर में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को गिराए जाने को लेकर चल रहे विवाद के बीच नागपुर में दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें पथराव और आगजनी हुई. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस खुद पूरी घटना पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने पुलिस कमिश्नर को तनाव की स्थिति पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है.