पिता LIC एजेंट, बेटी ने दो-दो बार किया UPSC क्रैक! 43वीं रैंक हासिल कर बनीं IAS
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पिता LIC एजेंट, बेटी ने दो-दो बार किया UPSC क्रैक! 43वीं रैंक हासिल कर बनीं IAS

UPSC Success Story: पढ़िए UPSC की सफलता की कहानी. आज के खबर में हम बात करेंगे अंजिल अजय की, जिन्होंने दो-दो बार इस कठिन परीक्षा को क्लियर किया. 

पिता LIC एजेंट, बेटी ने दो-दो बार किया UPSC क्रैक! 43वीं रैंक हासिल कर बनीं IAS

IAS Success Story: किसी ने सच ही कहा कि अगर एक बार कुछ करने की ठान लो तो मंजिल मिल ही जाती है. अगर आप में कुछ करने का जज्बा है तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है. ऐसी ही एक लड़की की सफलता की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं , जिसने बेहद सामान्य घर से होने के बाद भी अपने सपने को लेकर मेहनत किया और सफलता हासिल की. 

हम बात कर रहे हैं ठाकुर अंजलि अजय की. अंजलि मूल रूप से बिहार की रहने वाली है, लेकिन उनका परिवार गुजरात के सूरत में रहता है. अंजलि का जन्म 1 मई 1987 को हुआ है. वह एक ऐसे परिवार से आती हैं जहां खेल-कूद ज्यादा होते हैं. वहीं, पिता एलआईसी के एजेंट हैं. साथ ही कबड्डी खिलाड़ी और कोच रह चुके हैं. उनकी माता गृहिणी हैं. हालांकि, अंजलि बिल्कुल अलग हैं. वो बचपन से ही समाजसेवी रही है और पढ़ने में काफी तेज. 

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अंजलि की पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने शुरू 12वीं की परीक्षा साइंस स्ट्रीम से पास की. स्कूल से ही उनका मन सिविल सर्विस में जाने का था. ग्रेजुएशन उन्होंने बीएससी से किया. इसके बाद उन्‍होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में बैठने का निर्णय लिया और उन्‍होंने इस परीक्षा को लेकर जमकर तैयारी शुरू कर दी. 

साल 2023 में अंजलि ने UPSC CSE 43वीं रैंक हासिल की. हालांकि, अंजली का लक्ष्य सिर्फ पास होना नहीं, बल्कि एक अच्छी रैंक हासिल कर कलेक्टर बनने का था. उन्होंने 2021 में प्रीलिम्स और मेन्स पास की, लेकिन इंटरव्यू में सफलता नहीं मिली. ऐसे में अंजलि ने हार नहीं मानी और साल 2022 में फिर से परीक्षा दी, जिसमें उनका सेलेक्शन हो गया. अपने दूसरे में अंजलि को रैंक 43 प्राप्त हुआ.ऐसे में उनका चयन आईएएस सर्विस के लिए हुआ. जानकारी के अनुसार,  उनका सेलेक्शन गुजरात कैडर में ही हुआ है. 

एग्जाम की तैयारी पर एक इंटरव्यू में अंजलि कहती हैं कि एम लक्ष्मीकांत और स्पेक्ट्रम बुक सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है. वहीं, अंजलि की ये सफलती की कहानी युवाओं को ये संदेश देती है कि मेहनत और सही मार्गदर्शन से आप कोई भी मुकाम हासिल कर सकते हैं. 

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