भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर और राष्ट्रवादी कांग्रेस शरदचंद्र पवार गुट के विधायक जितेंद्र आव्हाड के समर्थक विधानसभा के परिसर में आपस में भिड़ गए. इस मारपीट में बीचबचाव करने विधानभवन के सुरक्षा रक्षकों को बीच में आना पड़ा.
Trending Photos
Clash in Maharashtra Assembly: भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर और राष्ट्रवादी कांग्रेस शरदचंद्र पवार गुट के विधायक जितेंद्र आव्हाड के समर्थक विधानसभा के परिसर में आपस में भिड़ गए. इस मारपीट में बीचबचाव करने विधानभवन के सुरक्षा रक्षकों को बीच में आना पड़ा. ये मामला कल बुधवार को जितेंद्र अहवाड़ और गोपीचंद पडलकर के बीच हुई गरम बहसबाजी के बाद शुरू हुआ. जहां अपनी कार में विधानभवन के बाहर जब भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर बैठने जा रहे थे तो उनका धक्का जितेंद्र अहवाड़ जो लग गया और बहसबाजी शुरू हुई.
बुधवार को मामूली विवाद से शुरू हुआ मामला शुक्रवार को गंभीर रूप ले लिया जब विधान भवन परिसर में दोनों नेताओं के समर्थक आमने-सामने आ गए. पिछले दिन का तनाव साफ दिखाई दे रहा था और दोनों गुटों के बीच हाथापाई तक पहुंच गया. वायरल वीडियो में दोनों गुटों के कार्यकर्ता चिल्लाते और धक्का-मुक्की करते दिख रहे हैं.
Watch Video:
इससे पहले गुरुवार को, महाराष्ट्र विधानसभा के गेट पर गोपीचंद पडलकर और जितेंद्र आव्हाड के बीच तीखी बहस हुई. यह झड़प तब हुई जब पडलकर अपनी कार से बाहर निकले और कथित तौर पर दरवाजा बंद कर दिया. आव्हाड ने उन पर जानबूझकर ऐसा करने का आरोप लगाया और दावा किया कि बल प्रयोग से उन्हें नुकसान हो सकता था. इसके बाद तीखी बहस हुई और दोनों नेताओं ने सबके सामने अपशब्दों का प्रयोग किया, जिससे राजनीतिक तनाव और बढ़ गया.
भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर ने राकांपा (सपा) प्रमुख शरद पवार और सांसद सुप्रिया सुले पर बार-बार हमला किया है. बिना नाम लिए, कुछ दिन पहले, उन्होंने पवार परिवार की तीखी और जाति-आधारित आलोचना की थी, जिसका राकांपा (सपा) ने कड़ा प्रतिवाद किया था.
"The situation that occurred is not correct. This comes under (the purview of) Maharashtra Legislative Assembly Speaker and Maharashtra Legislative Council Speaker. That’s why attention towards this issue should be given. Such fights should not be happen in Vidhan Bhavan. That’s… pic.twitter.com/jCLUAV0TOg
— ANI (@ANI) July 17, 2025
इस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का भी बयान सामने आ गया है. उन्होंने कहा,'जो स्थिति उत्पन्न हुई है वह सही नहीं है. यह महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष और महाराष्ट्र विधान परिषद अध्यक्ष के अधिकार क्षेत्र में आता है. इसलिए इस मुद्दे पर ध्यान दिया जाना चाहिए. विधान भवन में इस तरह के झगड़े नहीं होने चाहिए. इसलिए इस मुद्दे की उचित जांच होनी चाहिए.'