DMK MLA saying poda Video: तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में डीएमके विधायक टी. उदयसूरियन एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. इस बार मामला उनकी बदतमीजी का है. जब उन्होंने सड़क की खराब हालत पर सवाल उठाने वाले एक स्थानीय व्यक्ति से बेहद रूखे अंदाज में बात की.
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DMK MLA T Udhayasuriyan Video: तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में डीएमके विधायक टी. उदयसूरियन एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. इस बार मामला उनकी बदतमीजी का है. जब उन्होंने सड़क की खराब हालत पर सवाल उठाने वाले एक स्थानीय व्यक्ति से बेहद रूखे अंदाज में बात की. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग विधायक के इस व्यवहार की कड़ी आलोचना कर रहे हैं.
आप भी देखें वडियो:-
MLA உதயசூரியனின் தரக்குறைவான பேச்சு! | #dmkfail #MKStalin #dmkmempership #sankarapuram #udhayasuriyan #dmktroll #viralvideo #saattai pic.twitter.com/rWedUz2tZc
— Saattai (@SaattaiOnline) July 27, 2025
मामला क्या है?
इंडिया टुडे में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, मामला उस समय का है, जब उदयसूरियन तमिलनाडु सरकार के ‘ओरनियिल तमिलनाडु’ (तमिलनाडु एकजुट) अभियान के तहत लोगों से मिल रहे थे. इस अभियान का मकसद सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को बढ़ावा देना और डीएमके की सदस्यता अभियान को आगे बढ़ाना था. इस दौरान वे पोस्टर बांट रहे थे. तभी एक स्थानीय व्यक्ति ने उनसे सवाल किया, “आपने सड़कें नहीं बनवाईं, फिर ये पोस्टर बांटने से क्या होगा?”
क्या है पोदा?
इस सवाल पर विधायक भड़क गए. उन्होंने हाथ से इशारा करते हुए तमिल में पोदा कहा, जिसका मतलब है “चल निकल” या “जाओ यहां से”. जब उस व्यक्ति ने फिर से सवाल किया, तो उदयसूरियन ने धमकी भरे लहजे में कहा, “मुझसे सम्मान से बात करो, वरना मार पड़ेगी.” जवाब में उस व्यक्ति ने कहा, “मैं तो सम्मान से ही बात कर रहा हूं.”
वीडियो आने पर लोग भड़के
जिसके बाद इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद लोगों में गुस्सा भड़क गया. सोशल मीडिया पर लोग विधायक के इस रवैये को असंवेदनशील और अभद्र बता रहे हैं. कई यूजर्स ने लिखा कि एक जनप्रतिनिधि को जनता के सवालों का जवाब देना चाहिए, न कि उन्हें अपमानित करना चाहिए. कुछ ने तो इसे सत्ता का घमंड तक बता दिया.
डीएमके के बड़े नेताओं ने किया बचाव
वहीं, डीएमके के वरिष्ठ नेता टीकेएस इलांगोवन ने इस मामले में विधायक का बचाव करने की कोशिश की. उन्होंने दावा किया कि जिस व्यक्ति ने सवाल किया, वह डीएमके का ही कार्यकर्ता है. इलांगोवन ने कहा, “इसलिए विधायक ने उससे ऐसे लहजे में बात की. इस मुद्दे को सार्वजनिक करने की बजाय निजी तौर पर सुलझाया जा सकता था.” हालांकि, उनका यह बयान भी लोगों का गुस्सा शांत करने में नाकाम रहा.यह पहली बार नहीं है जब डीएमके के किसी नेता का ऐसा व्यवहार चर्चा में आया हो. पहले भी कई मौकों पर पार्टी के नेताओं पर जनता के साथ बदतमीजी के आरोप लग चुके हैं.
लोगों ने उठाए सवाल
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं कि क्या जनप्रतिनिधि वाकई जनता की समस्याओं को गंभीरता से ले रहे हैं? लोग अब विधायक की माफी और इस मामले पर पार्टी की ओर से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.फिलहाल, यह विवाद थमता नजर नहीं आ रहा. सोशल मीडिया पर लोग अपनी भड़ास निकाल रहे हैं, और यह मुद्दा तमिलनाडु की सियासत में गर्माता जा रहा है. देखना होगा कि डीएमके और विधायक इस मामले को कैसे संभालते हैं.